कैथल: गांव चंदाना में दो युवकों का एक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में देखा जा सकता है कि ये दोनों युवक अपने हाथों की नसों में खुद ही इंजेक्शन से नशा करते दिख रहे हैं. जिसमें एक सिरिंज सहित अन्य नशे का सामान भी दिख रहा है और ये दोनों गांव के बाहर किसी स्थल पर नशा कर रहे हैं.
युवक तीसरे युवक से बातचीत में स्वीकार करते हैं कि उनकी तरह काफी बच्चे नशा करते हैं. वे नशे की बुराई भी करते सुने जा रहे हैं और इंजेक्शन से नशा भी कर रहे हैं. इस वीडियो में ये दोनों युवा स्वीकार करते हैं कि वो पिछले लगभग 8 साल से स्मैक और चिट्ठे का नशा कर रहे हैं और वो लोग ये भी स्वीकार करते हैं कि उनके घर वालों ने उनका नशा छुड़वाने के लिए उनको दवाई भी दिलवाई और नशा मुक्ति केंद्र में भी रखा. लेकिन उसके बाद भी इनकी हालत ऐसी ही है.
वीडियो में वो स्वीकार करते हैं कि नशा खरीदने के लिए पैसे घरवालों से मिलते हैं. क्योंकि उनके घरवाले जानते हैं कि ये लोग नशा करते हैं. ये गांव से बाहर किसी और स्थान पर नशा कर रहे हैं. जब तीसरा व्यक्ति वहां पर आता है तो उनसे पूछता है कि आप क्या कर रहे हो तो वो वीडियो में स्वीकार करते हैं कि हम नशा कर रहे हैं और इस प्रकार से ये नशा किया जाता है. ये वीडियो वायरल है लेकिन फिर भी पुलिस इन लोगों तक पहुंच नहीं पा रही.
कैथल पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन से ईटीवी भारत ने इस वायरल वीडियो के ऊपर प्रतिक्रिया मांगी तो उन्होंने माना कि वीडियो हमें मिली है और हम इस वीडियो की जांच कर रहे हैं जैसे भी सामने आएगा नियम के अनुसार इन युवकों के ऊपर कार्रवाई की जाएगी.
हालांकि ईटीवी भारत ने नशे के खिलाफ अपने कार्यक्रम 'नशे को ना' के तहत एक मुहिम चला रखी है. जिसमें किस तरह से युवाओं की जिंदगी नशे में लिप्त हो रही है. उसके बारे में ईटीवी भारत प्रदेश और देश के युवाओं को जागरूक कर रहा है कि नशे को ना कहिए. क्योंकि ये लत अगर लग जाती है तो इसको छोड़ना मुश्किल हो जाता है.
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