कैथल: अध्यापकों पर बिना संसाधनों के थोपे जा रहे परिवार पहचान पत्र बनाने के कार्य के विरोध में शनिवार को जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर धरना देकर प्रदर्शन किया. अपनी मांगों का ज्ञापन जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से शिक्षा मंत्री को भेजा किया.
हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के राज्य सचिव सतबीर गोयत ने कहा कि हरियाणा सरकार अपनी मनमानी करने पर तुली हुई है. ऑनलाइन के नाम पर अध्यापकों को प्रताड़ित किया जा रहा है. इसी कड़ी में सरकार ने फरमान जारी किया है कि स्कूलों में फैमिली आईडी बनाई जाएं. जबकि यही काम अध्यापकों ने अप्रैल में ही पूरा कर दिया था. अब उसी आईडी में नए कॉलम जोड़कर अध्यापकों को 8 से 5 बजे तक फैमिली आईडी बनाने के लिए मजबूर किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि सरकार बिना संसाधनों के ही सब कुछ ऑनलाइन करना चाहती है. फैमिली आईडी बनाने के लिए प्राथमिक और मिडिल स्कूलों में कंप्यूटर प्रिंटर और स्कैनर तक नहीं है. न ही कंप्यूटर कार्य करने में सभी अध्यापक पारंगत हैं. इस कार्य के लिए जो साइट उपलब्ध करवाई गई है दो दिनों से वो साइट भी नहीं चल रही है. लेकिन अधिकारियों द्वारा अध्यापकों से रिपोर्ट मांगी जा रही है. जब साइट ही नहीं चल रही तो अध्यापकों से रिपोर्ट कैसी?
स्कूलों का समय 8 बजे से 2:30 बजे तक है जबकि फैमिली आईडी के नाम पर अध्यापकों को 8 से 5 बजे तक काम करने का फरमान जारी किया गया है. जोकि सरासर गलत है. रविवार को भी काम करने के आदेश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि इन सभी तुगलकी फरमानों का हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ पुरजोर विरोध करता है. ऐसे बेतुके आदेशों को यदि सरकार ने वापस नहीं लिया तो स्कूलों में बनाई जाने वाली फैमिली आईडी के कार्य का पूर्ण रूप से बहिष्कार किया जाएगा.
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