गुवाहाटी/इंफाल: मणिपुर के जिरीबाम जिले के जकुरधोर में सोमवार को मुठभेड़ के दौरान कम से कम 10 संदिग्ध उग्रवादी मारे गए. एनकाउंटर के दौरान दो सीआरपीएफ जवान के घायल होने की खबर है. पुलिस ने बताया कि यह घटना तब हुई जब सीआरपीएफ की एक टीम का सामना संदिग्ध उग्रवादियों के एक समूह से हुआ, जिन्होंने जिरीबाम के जकुरधो इलाके में मैतेई समुदाय की कुछ दुकानों में आग लगा दी थी.
पुलिस ने घटना के बारे में बताया कि, उग्रवादियों के हमले की चपेट में सीआरपीएफ की टीम भी आ गई. जिसके बाद हुई जवाबी कार्रवाई में 10 संदिग्ध उग्रवादी मारे गए. पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान सीआरपीएफ के दो जवान भी घायल हो गए. उन्होंने बताया कि इलाके में उग्रवादियों के खिलाफ तलाशी अभियान अभी भी जारी है.
पुलिस ने बताया कि इलाके के पांच नागरिक भी लापता हैं और लापता नागरिकों की तलाश जारी है. गुरुवार की रात संदिग्ध उग्रवादियों ने कुकी समुदाय के प्रभुत्व वाले जिरीबाम जिले के जैरोन गांव पर हमला किया, जिसमें एक महिला की मौत हो गई. जहां उग्रवादियों ने कुकी समुदाय के कम से कम दस घरों को आग के हवाले कर दिया. बता दें कि, पिछले साल मई से पूरा मणिपुर राज्य जातीय हिंसा का केंद्र बन गया है.
मैतेई और कुकी समुदायों के बीच हिंसा पिछले साल 3 मई को शुरू हुई थी और 17 महीने से अधिक समय से चल रही हिंसा के कारण अब तक दोनों समुदायों के 230 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं. दोनों समुदायों के बीच हिंसा के कारण दोनों समुदायों के 65 हजार से अधिक लोग बेघर हो गए हैं और उन्हें राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है.
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