कैथल: कोरोना वायरस को लेकर जहां पूरे देश में जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है. वहीं दूसरी तरफ ऐसी भी बस्तियां या झूगी-झोंपड़ी हैं, जहां पर ना तो कोरोना की जागरूकता के लिए कोई प्रशासनिक अधिकारी पहुंचा है और ना ही स्वास्थ्य विभाग इनको मास्क और सैनेटाइजर देने पहुंचे हैं. यहां के स्थानीय लोगों का बस यही कहना है कि भैया हम गरीब हैं, हमारी सुध कोई नही लेता.
जब इस बारे में स्थानीय लोगों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हमे कोरोना बिमारी के विषय में ज्यादा जानकारी तो नहीं है, लेकिन टीवी पर बस कुछ-कुछ सुना है. जैसा टीवी में दिखाया गया हम बस वैसे ही अपना बचाव कर रहे हैं. स्थानीय लोगों ने बताया कि प्रशासन की तरफ से यहां ना तो कोई जागरूक करने पहुंचा है और ना ही किसी प्रकार की कोई साफ-सफाई करने पहुंचा है.
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एक युवक ने कहा की हमारे सभी कागजात बने हुए हैं. हम यहां के वासी हैं, लेकिन वोट के समय तो सब आ जाते हैं. वैसे हमारे यहां कोई नही आता. वहीं एक महिला ने कहा कि हमारे पास कोई भी सरकार का नुमाइंदा नहीं आया. जो हमें बताएं कि क्या बीमारी फैल रही है और उससे किस तरह से बचा जा सकता है.