कैथल: एच3एन2 इन्फ्लूएंजा वायरस फैलने की सूचनाओं के बीच हरियाणा में खांसी और जुकाम के मरीजों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हो गई है. इस दौरान सोमवार को कैथल सरकारी अस्पताल में जांच के लिए करीब साढ़े तीन सौ मरीज पहुंचे जबकि अन्य दिनों में मरीजों की यह संख्या 100 के करीब रहती है. मरीजों की संख्या बढ़ने के बाद अस्पताल में लंबी कतारें लग गई हैं.
बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए अस्पताल में मुख्य गेट पर बनाई गई फ्लू कॉर्नर ओपीडी भी शुरू कर दी गई है. स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि यदि ओपीडी में सांस लेने की समस्या से पीड़ित मरीज पहुंचता है तो उसका सैंपल एच3एन2 इन्फ्लूएंजा वायरस की जांच को लेकर भेजा जाएगा. हलांकि अभी तक ऐसा कोई मरीज नहीं पहुंचा है.
इन्फ्लूएंजा वायरस एच3एन2 के चलते कैथल जिला नागरिक अस्पताल में सभी टेस्टिंग की सुविधा से लेकर अलग से वार्ड भी बनाये गये हैं. सरकारी अस्पताल के पीएमओ डॉ सचिन ने कहा कि ये वायरल बीमारी है, इसलिए किसी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैल सकताी है. भीड़भाड़ वाली जगहों पर ये आसानी से फैल सकता है. इस वायरस को लेकर डॉक्टर सचिन ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियो ने विभाग के अधिकारियो की आवश्यक मीटिंग करके इस वायरस से निपटने के बारे में दिशा निर्देश दिए हैं.
पीएमओ ने बताया कि हर व्यक्ति को सावधानी बरतने के लिए गाइडलाइन जारी की गई है. सिविल अस्पताल में बने कोविड आइसोलेशन वार्ड को इन्फ्लूएंजा आइसोलेशन वार्ड में बदल दिया गया है. सरकारी अस्पताल में आने वाले मरीजों में खांसी जुकाम के मरीजों को संख्या में वृद्धि हो रही है. उन्होंने कहा कि वायरस से निपटने की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. सिविल अस्पताल में फ्लू कॉर्नर बना दिया गया है. संदिग्ध मरीजों के सैंपल लिए जाएंगे और उसे आइसोलेशन वार्ड में रखा जायेगा.
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