कैथल: मनेठी में एम्स के मुद्दे पर दिग्विजय चौटाला ने जंग छेड़ दी है. उनका कहना है कि सरकार ने हरियाणा के लोगों के साथ मजाक किया है. चुनाव में लोगों को एम्स का फायदा बता कर गुमराह किया गया, खेतों में काम करने वाले लोगों से लेकर प्रधानमंत्री तक ने नेताओं की अपनी पीठ थपथपाई थी कि हम रेवाड़ी में एम्स लेकर आएंगे और इसके लिए दक्षिण हरियाणा की जनता को उन्होंने बधाइयां भी दी थी. इतने बड़े नेताओं ने वोट के लालच के लिए इतना बड़ा झूठ बोला यह बीजेपी का असली चेहरा है.
दिग्विजय चौटाला रोष मार्च निकालते हुए मिनी सचिवालय में जाकर धरना प्रदर्शन किया, लेकिन कैथल की उपायुक्त मौके पर नहीं थी. इस पर बोलते हुए दिग्विजय चौटाला ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज पूरे हरियाणा में जिला स्तर पर प्रदर्शन हो रहे हैं. कैथल में डीसी, एडीसी, एसडीएम कोई भी पदाधिकारी ज्ञापन लेने के लिए नहीं है. यह प्रजातंत्र का मजाक है. फिर उन्होंने कहा कि जब तक कैथल की उपायुक्त जब तक यहां पर ज्ञापन लेने के लिए नहीं आएंगी. तब तक वह मिनी सचिवालय में धरना देंगे.
इस दौरान दिग्विजय ने पत्रकारों से बातचीत भी की. उन्होंने कहा कि आज हरियाणा की बागडोर बेलगाम हाथों में है. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल पूरी तरह से अहंकार में डूब चुके हैं. हरियाणा में हर रोज मर्डर हो रहे हैं. हर रोज अनेकों लूटमार की घटनाएं होती हैं और रेप के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. आज हरियाणा में डॉक्टर अपने अस्पतालों में भी सुरक्षित नहीं है. ताजा मामला करनाल का ही देखा जा सकता है, जो सीएम सिटी कहलाता है. आज प्रदेश के जनसेवक राजनीतिक पार्टियों के नेता भी सुरक्षित नहीं है.
वहीं नौकरियों के मुद्दे पर दुष्यंत चौटाला के राज ठाकरे बनने के बयान पर दिग्विजय ने दुष्यंत चौटाला का बचाव किया. दिग्विजय चौटाला बोले कि देखना चाहिए कि बयान किस संदर्भ में है, इस पर ध्यान दें. उनका कहना है कि वह हरियाणा में नौकरियां आरक्षण के आधार पर देंगे. जिसमें आरक्षण प्राइवेट नौकरियों में हरियाणा के लोगों को होगा. इसके लिए चाहे किसी भी नेता का नाम ले चाहे राज ठाकरे हो चाहे बाल ठाकरे हो या अन्य कोई.