जींद: हरियाणा के पूर्व खेल मंत्री संदीप सिंह पर जूनियर कोच द्वारा लगाए गए छेड़छाड़ मामले ने फिर से तूल पकड़ना शुरू कर दिया है. रविवार को इस मामले में जींद में बांगर एरिया की खापों की एक महापंचायत हुई. इस महापंचायत में किसान संगठनों ने भी खापों का समर्थन किया है. सोनिया दुहन के आह्वान पर रविवार को महापंचायत का आयोजन किया गया. जिसमें खेल मंत्री संदीप सिंह और हरियाणा सरकार को अल्टीमेटम दिया गया है.
सरकार को अल्टीमेटम: खापों और किसान संगठनों ने संदीप सिंह को बर्खास्त करने के लिए हरियाणा सरकार को 10 अप्रैल तक का समय दिया है. खापों ने साफ तौर पर कह दिया है कि तय समय में अगर सरकार संदीप सिंह को मंत्रिमंडल से बाहर नहीं करती तो हरियाणा की तमाम खापों का महासम्मेलन बुलाया जाएगा. इस दौरान बेटियों के साथ हो रहे अपराधों को लेकर हरियाणा सरकार पर खाप और किसान नेताओं ने जमकर भड़ास निकाली.
सरकार के खिलाफ बनाई जाएगी रणनीति: खाप नेताओं ने कहा कि 10 अप्रैल के बाद हरियाणा की सभी खापों का एक महासम्मेलन बुलाया जाएगा. मंत्री संदीप सिंह और हरियाणा सरकार के खिलाफ फैसले लिए जाएंगे. हरियाणा सरकार के खिलाफ बड़े फैसले उसी सम्मेलन में लिए जाएंगे. 10 अप्रैल तक खापें अलग-अलग हिस्सों में पंचायत कर समर्थन जुटाएंगी. हरियाणा की सभी खापें पंचायत कर अगले महासम्मेलन के आयोजन की जगह और समय तय करेंगी.
जींद में गरजीं सोनिया दुहन: वहीं, सोनिया दुहन ने कहा की सब लोगों ने जो मिलकर फैसले लिए है उसका स्वागत करती हूं. हम इस आदमी की बर्खास्तगी चाहते हैं.उन्होंने कहा कि हरियाणा की बेटियों का फैसला खापों के हाथों में है. हरियाणा खापें जो भी फैसला लेंगी उसका सम्मान किया जाएगा. उन्होंने कहा की सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के झूठे नारे दे रही है. बेटियों को प्रताड़ित किया जा रहा हैं. 10 अप्रैल को हरियाणा स्तर पर फैसला लिया जाएगा. चंडीगढ़ पुलिस का फैसला आना बाकी है. उन पर हम भरोसा करते हैं. इस मामले की जांच को लेकर चंडीगढ़ पुलिस से हमें उम्मीदें हैं.
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'हरियाणा सरकार पर नहीं भरोसा': जो एसआईटी हरियाणा सरकार ने बनाई थी, वो सिर्फ संदीप सिंह को बचाने के लिए थी. महिला कोच के लिए तो वो एसआईटी बनाई ही नहीं गई थी. उन्होंने कहा कि वो कमेटी संदीप सिंह बचाओ कमेटी थी. हमें ना तो उनसे कोई उम्मीद है ना हम रखना चाहते हैं. हमने इस एसआईटी का पहले भी विरोध किया था, आज भी करते हैं. सोनिया दुहन ने कहा कि 29 जनवरी को एफआईआर दी थी. लेकिन आज तक दर्ज नहीं की गई. अगर हाथ जोड़ कर नहीं मानते, तो कोर्ट जाकर भी हम अपनी लड़ाई लड़ सकते हैं.
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