जींद: पिछले लंबे समय से अपनी जमीन के उचित मुआवजे की मांग पर जुलाना में चल रहे किसान आंदोलन में नया मोड़ आ गया है. किसानों ने मांगे ना माने जाने की स्थिति में 11 जून को पंजाब जाने वाली रेलों को रोकने का अल्टीमेटम दिया था. रेल रोकने के अल्टीमेटम से एक दिन पहले सरकार ने किसानों और जींद उपायुक्त को वार्ता के लिए चंडीगड़ बुला लिया.
सीएम के सचिव के साथ हुई मुलाकात
चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रधान सचिव राजेश खुल्लर ने 20 सदस्यीस प्रतिनिधि मंडल के बीच वार्ता हुई. जिसके बाद आंदोलन को खत्म करने का फैसला लिया गया. सरकार और किसानों के बीच तीन घण्टे चली वार्ता में सरकार की तरफ से मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजेश खुल्लर, पी.डब्ल्यू.डी के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा, जींद उपायुक्त आदित्य दहिया और एन.एच.ऐ.आई के अधिकारी भी मौजूद रहे.
12 जून को गडकरी और सीएम से होगी मुलाकात
इस वार्ता के बाद रमेश दलाल ने बताया कि जहां तक नए रेट की बात है. इस पर केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ 12 जून को मीटिंग है. इस मीटिंग में हरियाणा के उच्च अधिकारी और किसान प्रतिनिधि मंडल शामिल होगा. उचित मुआवजे से अलग मांगो को लेकर किसान और मुख्यमंत्री के बीच अलग से फिर से वार्ता होगी.
12 तक किसानों का धरना जारी
इस पूरे आश्वासन के बाद किसानों ने फैसला लिया है कि किसान रेल नहीं रोकेंगे. 12 जून को मुख्यमंत्री और केंद्रीय परिवहन मंत्री से मुलाकात के बाद ही अगली रणनीति बनाई जाएगी. रमेश दलाल ने स्पष्ट किया कि दादरी और जुलाना में धरना पहले की तरह चलता रहेगा.