जींद: दिल्ली के सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन को मजबूती प्रदान करने के लिए पंजाब के किसानों के जत्थे अब पैदल ही रवाना हो रहे हैं. इन पैदल जत्थों में शामिल किसानों का कहना है कि पिछले कुछ समय से विभिन्न माध्यमों से केंद्र सरकार आंदोलन को कुचलने के कुप्रयास कर रही है.
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किसानों ने कहा कि गोदी मीडिया के सहारे ये प्रयास भी किया जा रहा है कि आंदोलन कमजोर पड़ चुका है. हरियाणा के रास्ते पैदल दिल्ली जाने का उद्देश्य यही है, ताकि इस दुष्प्रचार का जवाब दिया जा सके. हरियाणा के भाइयों को भी ये पता चले कि पंजाब पैदल ही निकल चुका है, हरियाणा से भी जत्थे निकलें.
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पंजाब के संगरूर जिले के युवा किसान बलविंदर सिंह और यादवीर सिंह का कहना है कि हमारी बस एक ही मांग है कि खेती के लिए केंद्र सरकार जो तीन कानून लेकर आई है, वो रद्द किए जाएं. इन्होंने कहा कि वो तब तक वापस नहीं जाएंगे, जब तक सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस नहीं ले लेती. अब हम आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे.