जींद: धड़ोली गांव में पहले तो किसान ने अपनी डेढ़ एकड़ में खड़ी गेहूं को फसल को काट डाला और फिर इस कटी हुई फसल पर सिर के बल खड़ा हो गया. सिर के बल उल्टे खड़े किसान ने कहा कि जैसे सरकार किसान को उल्टा किया है, वैसे ही अब हम सरकार को उल्टा लटका देंगे.
किसान का कहना है कि बाद में फसल बिकने में दिक्कत आती है, इसलिए फसल तैयार होने से पहले ही उसने फसल को काट कर दान कर दिया. किसान का कहना वो मोदी के फैन हुआ करते थे और हर-हर मोदी, घर-घर मोदी के नारे लगाते थे, लेकिन अब वो भाग-मोदी भाग-मोदी के लगाते हैं.
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गौरतलब है कि हरियाणा में किसानों ने कृषि कानूनों के विरोध में अपनी फसल को नष्ट करना शुरू कर दिया है. कई दिसान फसल को नष्ट कर रहे हैं, तो कई किसान फसल को काटकर दान कर रहे हैं. किसानों ने कहा कि ये भी विरोध करने का तरीका है.
वैसे ये बता दें राकेश टिकैत के बयान के बाद से ही किसानों ने अपनी फसल को नष्ट करना शुरू किया है. हालांकि, राकेश टिकैत ये कह चुके हैं कि फसल को नष्ट करने के लिए नहीं कहा गया है. ऐसा ना करें.
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