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जींद किसान सभा में पहुंचे अभय सिंह चौटाला, बोले- हर जिले में होंगी किसान सभाएं - अभय चौटाला कृषि कानून

अभय चौटाला ने कहा कि किसान सभाओं में किसानों को नए कृषि कानूनों के किसान विरोधी होने को लेकर जागरुक किया जाएगा. दूसरे चरण में सभी जिलों के 4-4 बड़े गांवों में इस तरह की किसान सभाएं होंगी. तीसरे चरण में इनेलो हर गांव में किसान सभा करेगी.

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जींद किसान सभा में पहुंचे अभय सिंह चौटाला
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Published : Feb 9, 2021, 10:56 PM IST

जींद: इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला ने मंगलवार को जींद विधानसभा क्षेत्र के मनोहरपुर गांव में किसान सभा का आयोजन किया. किसान सभा में हजारों लोगों की भारी भीड़ उमड़ी. भारी भीड़ से गदगद अभय सिंह चौटाला ने पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर सीएम मनोहर लाल और उनकी गठबंधन सरकार पर जमकर हमले बोले.

इनेलो करेगी 22 जिलों में किसान सभा

मंगलवार को मनोहरपुर गांव में इनेलो की तरफ से काले कृषि कानूनों के विरोध में प्रदेश में चलाए गए. अपने किसान जन जागरण अभियान के तहत किसान सभा का आयोजन किया. इसमें मनोहरपुर और आसपास के गांवों के हजारों किसान पहुंचे. किसानों को संबोधित करते हुए अभय सिंह चौटाला ने कहा कि प्रदेश के सभी 22 जिलों में प्रथम चरण में एक-एक विधानसभा क्षेत्र में इनेलो नए कृषि कानूनों को लेकर किसान सभाओं का आयोजन करेगी. किसान सभाओं में किसानों को नए कृषि कानूनों के किसान विरोधी होने को लेकर जागरुक किया जाएगा. दूसरे चरण में सभी जिलों के 4-4 बड़े गांवों में इस तरह की किसान सभाएं होंगी. तीसरे चरण में इनेलो हर गांव में किसान सभा करेगी.

विरोधियों पर जमकर बरसे अभय चौटाला

मंगलवार को मनोहरपुर गांव में इनेलो की किसान सभा के मंच से पूर्व विधायक अभय सिंह चौटाला अपने राजनीतिक विरोधियों पर जमकर बरसे. उन्होंने किसी का नाम लिए बिना कहा कि जिन लोगों को कल तक किसान और ग्रामीण फूलों की माला डालकर गांव में लाते थे, आज वह लोग गांवों में घुसने से भी डर रहे हैं. इन लोगों को अब जनता ने अपने यहां शादी में आने का न्यौता देना भी बंद कर दिया है.

ये पढ़ें- हाईकोर्ट ने स्कूल विशेष सहायकों की भर्ती प्रक्रिया पर लगाई रोक, सरकार को नोटिस जारी

'सरकार पूंजीपतियों के लिए काम कर रही है'

इस तरह के लोग जो सत्ता के लिए किसान से दूर चले गए हैं, किसी के यहां मौत पर शोक व्यक्त करने के लिए जाने की स्थिति में भी नहीं रह गए हैं. सभा के मंच से अभय सिंह चौटाला ने कहा कि केंद्र और प्रदेश की सरकार केवल चंद पूंजीपतियों के लिए काम कर रही है. अपने पूंजीपति मित्रों के लिए दोनों सरकारों ने 80 प्रतिशत जनता को छोड़ दिया है. आने वाले समय में जनता ऐसे लोगों को पूरी तरह छोड़ देगी.

'पीएम अपने दो मित्रों को खुश करने में लगे हैं'

मंगलवार को जींद में पत्रकारों से बातचीत में अभय चौटाला ने कहा कि राज्य सभा में पीएम ने किसानों को आंदोलन समाप्त कर घर जाने के लिए जिस टोन में कहा है, उसका संकेत साफ है कि पीएम अपने 2 मित्रों के लिए बनाए गए काले कृषि कानूनों को वापस नहीं लेंगे. पीएम ने किसानों को आंदोलनजीवी बताकर यह संदेश दिया है कि पीएम के लिए किसान अब इंसान भी नहीं रह गया है. खुद भूखा रहकर देश का पेट भरने वाले अन्नदाता का संसद में इतना बड़ा अपमान पहले कभी नहीं हुआ.

ये भी पढे़ं- 20 अप्रैल से हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं

'किसान पीएम पर भरोसा नहीं करता'

उन्होंने कहा कि पीएम के किसानों के प्रति इस तरह के अपमानजनक और किसानों की खिल्ली उड़ाने वाले रवैये को लेकर पीएम को सबक सिखाना जरूरी है. पीएम को यह अहसास करवाना चाहिए कि जो जनता गद्दी पर बैठा सकती है, वह गद्दी से उतार भी सकती है. पीएम मोदी अपने 2 दोस्तों के लिए 80 प्रतिशत किसानों को आंदोलन के लिए मजबूर कर रहे हैं. राज्य सभा में पीएम ने एमएसपी को लेकर जो कहा है, वह खाली बयान से ज्यादा कुछ नहीं. अब किसान पीएम पर भरोसा नहीं करता.

इसी कारण आज किसान का भरोसा पीएम मोदी पर नहीं रह गया है. अभय सिंह ने कहा कि राज्य सभा में पीएम मोदी के चेहरे पर हवाईयां उड़ रही थी. उनके चेहरे पर किसान आंदोलन की चिंता साफ पढ़ी जा सकती थी. यही किसान आंदोलन की सबसे बड़ी ताकत और सबसे बड़ा प्रभाव है.

ये भी पढ़ें- नई शिक्षा नीति लागू तो हुई पर क्या बच्चों तक पहुंच पाई? देखिए इस रिपोर्ट में

'भाजपा ने पहले विरोध किया, अब कानून बना दिया'

अभय चौटाला ने कहा कि पीएम और सीएम का यह फर्ज बनता है कि उनसे कोई गलत फैसला हो जाए और जनता उसका विरोध करे तो उस पर दोबारा विचार कर उस फैसले को जनहित में पलट दें. कृषि कानूनों का ड्राफ्ट कांग्रेस के शासन में तैयार होने के पीएम के बयान पर अभय चौटाला ने कहा कि उस समय भाजपा ने विपक्ष में रहते इसका विरोध किया था. अब उन कृषि कानूनों को लागू क्यों किया जा रहा है. कांग्रेस और भाजपा दोनों ही किसानों के मुद्दे पर केवल राजनीति कर रही हैं.

जींद: इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला ने मंगलवार को जींद विधानसभा क्षेत्र के मनोहरपुर गांव में किसान सभा का आयोजन किया. किसान सभा में हजारों लोगों की भारी भीड़ उमड़ी. भारी भीड़ से गदगद अभय सिंह चौटाला ने पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर सीएम मनोहर लाल और उनकी गठबंधन सरकार पर जमकर हमले बोले.

इनेलो करेगी 22 जिलों में किसान सभा

मंगलवार को मनोहरपुर गांव में इनेलो की तरफ से काले कृषि कानूनों के विरोध में प्रदेश में चलाए गए. अपने किसान जन जागरण अभियान के तहत किसान सभा का आयोजन किया. इसमें मनोहरपुर और आसपास के गांवों के हजारों किसान पहुंचे. किसानों को संबोधित करते हुए अभय सिंह चौटाला ने कहा कि प्रदेश के सभी 22 जिलों में प्रथम चरण में एक-एक विधानसभा क्षेत्र में इनेलो नए कृषि कानूनों को लेकर किसान सभाओं का आयोजन करेगी. किसान सभाओं में किसानों को नए कृषि कानूनों के किसान विरोधी होने को लेकर जागरुक किया जाएगा. दूसरे चरण में सभी जिलों के 4-4 बड़े गांवों में इस तरह की किसान सभाएं होंगी. तीसरे चरण में इनेलो हर गांव में किसान सभा करेगी.

विरोधियों पर जमकर बरसे अभय चौटाला

मंगलवार को मनोहरपुर गांव में इनेलो की किसान सभा के मंच से पूर्व विधायक अभय सिंह चौटाला अपने राजनीतिक विरोधियों पर जमकर बरसे. उन्होंने किसी का नाम लिए बिना कहा कि जिन लोगों को कल तक किसान और ग्रामीण फूलों की माला डालकर गांव में लाते थे, आज वह लोग गांवों में घुसने से भी डर रहे हैं. इन लोगों को अब जनता ने अपने यहां शादी में आने का न्यौता देना भी बंद कर दिया है.

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'सरकार पूंजीपतियों के लिए काम कर रही है'

इस तरह के लोग जो सत्ता के लिए किसान से दूर चले गए हैं, किसी के यहां मौत पर शोक व्यक्त करने के लिए जाने की स्थिति में भी नहीं रह गए हैं. सभा के मंच से अभय सिंह चौटाला ने कहा कि केंद्र और प्रदेश की सरकार केवल चंद पूंजीपतियों के लिए काम कर रही है. अपने पूंजीपति मित्रों के लिए दोनों सरकारों ने 80 प्रतिशत जनता को छोड़ दिया है. आने वाले समय में जनता ऐसे लोगों को पूरी तरह छोड़ देगी.

'पीएम अपने दो मित्रों को खुश करने में लगे हैं'

मंगलवार को जींद में पत्रकारों से बातचीत में अभय चौटाला ने कहा कि राज्य सभा में पीएम ने किसानों को आंदोलन समाप्त कर घर जाने के लिए जिस टोन में कहा है, उसका संकेत साफ है कि पीएम अपने 2 मित्रों के लिए बनाए गए काले कृषि कानूनों को वापस नहीं लेंगे. पीएम ने किसानों को आंदोलनजीवी बताकर यह संदेश दिया है कि पीएम के लिए किसान अब इंसान भी नहीं रह गया है. खुद भूखा रहकर देश का पेट भरने वाले अन्नदाता का संसद में इतना बड़ा अपमान पहले कभी नहीं हुआ.

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'किसान पीएम पर भरोसा नहीं करता'

उन्होंने कहा कि पीएम के किसानों के प्रति इस तरह के अपमानजनक और किसानों की खिल्ली उड़ाने वाले रवैये को लेकर पीएम को सबक सिखाना जरूरी है. पीएम को यह अहसास करवाना चाहिए कि जो जनता गद्दी पर बैठा सकती है, वह गद्दी से उतार भी सकती है. पीएम मोदी अपने 2 दोस्तों के लिए 80 प्रतिशत किसानों को आंदोलन के लिए मजबूर कर रहे हैं. राज्य सभा में पीएम ने एमएसपी को लेकर जो कहा है, वह खाली बयान से ज्यादा कुछ नहीं. अब किसान पीएम पर भरोसा नहीं करता.

इसी कारण आज किसान का भरोसा पीएम मोदी पर नहीं रह गया है. अभय सिंह ने कहा कि राज्य सभा में पीएम मोदी के चेहरे पर हवाईयां उड़ रही थी. उनके चेहरे पर किसान आंदोलन की चिंता साफ पढ़ी जा सकती थी. यही किसान आंदोलन की सबसे बड़ी ताकत और सबसे बड़ा प्रभाव है.

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'भाजपा ने पहले विरोध किया, अब कानून बना दिया'

अभय चौटाला ने कहा कि पीएम और सीएम का यह फर्ज बनता है कि उनसे कोई गलत फैसला हो जाए और जनता उसका विरोध करे तो उस पर दोबारा विचार कर उस फैसले को जनहित में पलट दें. कृषि कानूनों का ड्राफ्ट कांग्रेस के शासन में तैयार होने के पीएम के बयान पर अभय चौटाला ने कहा कि उस समय भाजपा ने विपक्ष में रहते इसका विरोध किया था. अब उन कृषि कानूनों को लागू क्यों किया जा रहा है. कांग्रेस और भाजपा दोनों ही किसानों के मुद्दे पर केवल राजनीति कर रही हैं.

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