झज्जर: हरियाणा में जूनियर कोच से छेड़छाड़ के आरोप लगने के बाद तत्कालीन खेल मंत्री संदीप सिंह की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं. सर्व खाप पंचायतों ने संदीप सिंह का विरोध किया है. वहीं, झज्जर में धनखड़ खाप बारहा ने ऐलान किया है कि चंडीगढ़ में महिला कोच से छेड़खानी के आरोपी मंत्री संदीप सिंह को गणतंत्र दिवस पर झंडा नहीं फहराने दिया जाएगा. (Sarvakhap Panchayat warned the government)
झज्जर के डावला गांव धनखड़ खाप के चबूतरे पर सर्व खाप पंचायत बुलाई गई थी. पंचायत में महिला कोच और खाप की बेटी के साथ छेड़खानी करने वाले आरोपी मंत्री संदीप सिंह पर सख्त कार्रवाई की मांग की गई. खाप पंचायत ने हरियाणा के मुख्यमंत्री को एक बार फिर से चेतावनी दी है. 23 फरवरी तक आरोपी मंत्री संदीप सिंह को मंत्रिमंडल से बाहर करने की मांग की गई है. (Sarvakhap Panchayat meeting in jhajjar)
सर्वखाप पंचायत के फैसले की जानकारी देते हुए धनखड़ खाप के प्रधान युद्धवीर धनखड़ ने बताया कि मंत्री संदीप सिंह को प्रदेश में कहीं भी 26 जनवरी के दिन तिरंगा नहीं फहराने देंगे. पंचायत ने सरकार से संदीप सिंह को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने और पुलिस से संदीप सिंह को गिरफ्तार करने की मांग की है.
पंचायत में ये भी फैसला हुआ है कि एक कमेटी बनाई जाएगी जो इस मामले में कार्रवाई के लिए राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति से भी मिलेगी. यही कमेटी खाप की बेटी को न्याय दिलाने के लिए कोई बड़ा फैसला भी कर सकती है. पंचायत में सभी खापों के प्रधान और प्रितिनिधियों ने भाग लिया. (sarvakhap panchayat in jhajjar )
'लड़की को न्याय दिलाने के लिए फरसा उठाने को तैयार': झज्जर में धनखड़ खाप द्वारा महिला खिलाड़ी को इंसाफ दिलाने के लिए सर्व खाप पंचायत की गई, जिसमें नवीन जयहिन्द भी शामिल हुए. नवीन जयहिन्द ने कहा कि, महिला खिलाड़ी को इंसाफ दिलाने के लिए हमारा फरसा बिल्कुल तैयार है. पंचायत जो भी फैसला लेगी, हम आपके साथ खड़े हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं बल्कि सामाजिक मुद्दा है और सभी 36 बिरादरी को इसकी आवाज उठानी चाहिए. उन्होंने कहा कि, अगर जल्द ही महिला खिलाड़ी को न्याय नहीं मिला तो 26 जनवरी के दिन यह जनता खेल मंत्री को कहीं पर भी झंडा नहीं फहराने देगी.
जयहिन्द ने कहा कि, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ को इस्तीफा दे देना चाहिए या खेल मंत्री संदीप सिंह का इस्तीफा लेकर उन्हें जेल में डलवा देना चाहिए. क्योंकि जब ओमप्रकाश धनखड़ अपने ही समाज और क्षेत्र की बेटी को न्याय नहीं दिल सकते तो बाहर की जनता उनसे क्या उम्मीद लगा सकती है. यह मुख्यमंत्री और ओमप्रकाश धनखड़ के लिए बड़ी शर्म की बात है. अगर महिला खिलाड़ी मुख्यमंत्री की रिश्तेदार होती और ये जो धाराएं खेल मंत्री पर लगी है किसी आम व्यक्ति पर लगती या मुझ पर ही लगती तो अबतक जेल में जेल में डाल दिया जाता. उन्होंने कहा कि खट्टर साहब खेल मंत्री को बचा कर क्या छिपाना चाहते हैं.
क्या है पूरा मामला: गौर रहे कि 29 दिसंबर, 2022 को एक जूनियर कोच ने तत्कालीन खेल मंत्री संदीप सिंह पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया था. महिला ने आरोप लगाते हुए कहा कि खेल मंत्री ने उससे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए संपर्क साधा था. इसके साथ ही उसने आरोप लगाया कि खेल मंत्री ने उससे मंत्री की बात मानने पर मनचाही सुविधा के साथ मनचाही पोस्टिंग का भी प्रस्ताव दिया था. इतना ही नहीं, एसआईटी पूछताछ में महिला ने कहा था कि मुंह बंद रखने के लिए उसे एक करोड़ रुपये देने की बात कही गई थी. (junior coach molestation case in haryana) (sports minister sandeep singh matter update)
ये भी पढ़ें: Junior Coach Molestation Case: चंडीगढ़ में संदीप सिंह के आवास से खेल मंत्री का नेमप्लेट हटा