झज्जर: रोडवेज विभाग की तालमेल कमेटी ने एक बार फिर सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है. तालमेल कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता वीरेन्द्र धनखड़ ने कहा कि प्रदेश की खट्टर सरकार लाठी व डंडों की सरकार है.
सरकार को बताया लाठी-डंडों की सरकार
जब अपनी मांगों को लेकर यदि कोई कर्मचारी या कर्मचारी संगठन विरोध करता है तो सरकार लाठी व डंडों के बल पर उसकी आवाज को दबाने की कोशिश करती है.
आपको बता दें कि रोडवेज कर्मचारियों को 22 सितम्बर को होने वाले कर्मचारियों व आमजन के नागरिक सम्मेलन में आने के लिए न्यौता मिला है. इस सम्मेलन में कर्मचारी अपने मुद्दें को उठाएंगे.
निजीकरण का कर रहे हैं विरोध
बताते चलें कि इन कर्मचारियों की मांग है कि किलोमीटर स्कीम के तहत प्राइवेट बसें ठेकें पर लेने की नीति को रद्द किया जाए. किलोमीटर स्कीम की जांच भ्रष्टाचार में शामिल दोषियों के खिलाफ कार्रवाई और परिवहन विभाग में 14 हजार नई सरकारी बसें शामिल की जाएं. कुल मिलाकर कहें तो ये अपने सेक्टर में निजीकरण का विरोध कर रहे हैं.
किये थे बड़े आंदोलन
इन कर्मचारियों द्वारा किए गए बड़े आंदोलनों के बावजूद भी हरियाणा सरकार रोडवेज में निजी बसें हायर करने की नीति को रद्द नहीं कर रही है जबकि कर्मचारियों द्वारा माननीय हाईकोर्ट व सरकार को निजीकरण से होने वाले नुकसान के बारे में बहुत सारे ठोस तर्क दिए जा चुके थे. लेकिन सरकार से इस बारे में कोई जवाब नहीं मिला है.