झज्जर: बहादुरगढ़ पुलिस को दोहरे हत्याकांड में बड़ी कामयाबी मिली है. शुक्रवार को खेड़ी आसरा गांव में बुजुर्ग महिला और उसकी बेटी की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. महिला और उसकी बेटी को किसी और ने नहीं बल्कि उसके दामाद ने ही मौत के घाट उतार दिया था. इस दोहरे हत्याकांड को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया था.
दामाद ने ही की सास और पत्नी की हत्या
मामले में पुलिस की शक की सुई शुरू से ही उसके दामाद पर थी. जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ी तो पुलिस का शक यकीन में बदल गया. प्रारंभिक पूछताछ के दौरान ही दामाद ने दोहरे हत्याकांड की वारदात को कबूल कर लिया.
आरोपी की पहचान दिल्ली के नजफगढ़ निवासी दीपक के रूप में हुई है. दीपक ने शुक्रवार की दोपहर के समय खेड़ी आसरा गांव में रहने वाली अपनी सास मीना और पत्नी दीक्षा की गोली मारकर हत्या करने की वारदात कबूल कर ली है.
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6 महीने का दुधमुहां बच्चा छोड़ा शव के पास
पुलिस का कहना है कि दीपक मोटरसाइकिल पर सवार होकर खेड़ी आसरा गांव पहुंचा था. जहां पहले तो उसकी अपनी सास और पत्नी के साथ कहासुनी हुई. जिसके बाद दीपक ने अपनी सास और पत्नी की गोली मारकर हत्या कर दी थी. साथ ही उसने अपने 6 महीने के दूध मुंहे बच्चे को शवों के पास छोड़ दिया था, ताकि किसी को उस पर शक ना हो.
दीपक और उसकी मां पसंद नहीं करते थे दीक्षा को
पुलिस का कहना है कि दीपक और उसकी मां दीक्षा को पसंद नहीं करते थे, इसीलिए आपस में उनका झगड़ा होता रहता था. पिछले 4 महीने से दीक्षा अपने मायके में ही रह रही थी. घरेलू कलह के चलते दीपक ने इस दौरे हत्याकांड को अंजाम दिया है.