ETV Bharat / state

प्लॉट की फुल पेमेंट लेने के बाद मुकरा जमीन मालिक, इंसाफ के लिए भटकने को मजबूर लोग

प्रॉपर्टी डीलर की मौत के बाद प्लॉट मालिक ने लोगों के 6 साल पहले काटे गए प्लॉट देने से मना कर दिया.

इंसाफ की गुहार लगाते हुए लोग.
author img

By

Published : Feb 4, 2019, 6:49 PM IST

झज्जर: कानोंदा गांव के लोगों को उस वक्त धक्का लगा जब उनकी काटी गई कॉलोनी को प्लॉट मालिक ने देने से इंकार कर दिया. पीड़ित लोग इंसाफ के लिए दर-दर भटक रहे हैं, लेकिन अब तक उन्हें कोई आश्वासन नहीं मिला है. इस मामले की शिकायत लेकर लोग थाने जा पहुंचे.


अपने आशियाने की उम्मीद लगाए बैठे लोगों का उस वक्त सपना टूट गया जब प्रॉपर्टी मालिक ने उन्हें जमीन देने से मना कर दिया. प्लॉट के पूरे पैसे देने के बावजूद लोग धक्के खाने को मजबूर हैं.

इंसाफ की गुहार लगाते हुए लोग.
undefined

ये था मामला
बहादुरगढ़ के कानोंदा गांव में 6 साल पहले गरीब लोगों ने पाई-पाई जोड़ कर छोटे-छोटे प्लॉट खरीदे थे. इन प्लाटों का फुल पेमेंट एग्रीमेंट और पावर ऑफ अटॉर्नी तक गरीबों के नाम कर दी गई, लेकिन प्लॉट का कब्जा आज तक उन्हें नहीं मिला है.

प्रॉपर्टी डीलर की हुई मौत
दरअसल दिल्ली निवासी एक प्रॉपर्टी डीलर ने कानोंदा गांव के जमींदारों से मिलकर 6 साल पहले एक कॉलोनी काटी थी. करीब डेढ़ सौ लोगों ने पाई-पाई जोड़ कर वहां पर अपने आशियाने बनाने के लिए प्लॉट खरीदे थे, लेकिन कुछ समय बाद ही प्रॉपर्टी डीलर विजय की मौत हो गई.


जिसके बाद जमीन के मालिकों ने प्लॉट खरीदने वाले लोगों को जमीन देने से मना कर दिया. तब से लेकर अब तक यह गरीब लोग अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर ही काट रहे हैं. पीड़ितों को अब तक प्लॉट मिलने तक का आश्वासन भी नहीं मिला है.


वहीं शिकायत लेकर पहुंचे लोगों का कहना है कि पुलिस और प्रशासन भी उनका साथ नहीं दे रहा. जमीन खरीदने के 6 साल बाद भी उन्हें उनके प्लॉट लेने के लिए ज्यादा रकम अदा करने का दबाव डाला जा रहा है.

undefined


जब वे पुलिस से इसकी शिकायत करते हैं, तो उन्हें डरा धमका दिया जाता है. वहीं इस बारे में कोई भी पुलिस अधिकारी बात करने के लिए मीडिया के सामने भी तैयार नहीं है.

झज्जर: कानोंदा गांव के लोगों को उस वक्त धक्का लगा जब उनकी काटी गई कॉलोनी को प्लॉट मालिक ने देने से इंकार कर दिया. पीड़ित लोग इंसाफ के लिए दर-दर भटक रहे हैं, लेकिन अब तक उन्हें कोई आश्वासन नहीं मिला है. इस मामले की शिकायत लेकर लोग थाने जा पहुंचे.


अपने आशियाने की उम्मीद लगाए बैठे लोगों का उस वक्त सपना टूट गया जब प्रॉपर्टी मालिक ने उन्हें जमीन देने से मना कर दिया. प्लॉट के पूरे पैसे देने के बावजूद लोग धक्के खाने को मजबूर हैं.

इंसाफ की गुहार लगाते हुए लोग.
undefined

ये था मामला
बहादुरगढ़ के कानोंदा गांव में 6 साल पहले गरीब लोगों ने पाई-पाई जोड़ कर छोटे-छोटे प्लॉट खरीदे थे. इन प्लाटों का फुल पेमेंट एग्रीमेंट और पावर ऑफ अटॉर्नी तक गरीबों के नाम कर दी गई, लेकिन प्लॉट का कब्जा आज तक उन्हें नहीं मिला है.

प्रॉपर्टी डीलर की हुई मौत
दरअसल दिल्ली निवासी एक प्रॉपर्टी डीलर ने कानोंदा गांव के जमींदारों से मिलकर 6 साल पहले एक कॉलोनी काटी थी. करीब डेढ़ सौ लोगों ने पाई-पाई जोड़ कर वहां पर अपने आशियाने बनाने के लिए प्लॉट खरीदे थे, लेकिन कुछ समय बाद ही प्रॉपर्टी डीलर विजय की मौत हो गई.


जिसके बाद जमीन के मालिकों ने प्लॉट खरीदने वाले लोगों को जमीन देने से मना कर दिया. तब से लेकर अब तक यह गरीब लोग अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर ही काट रहे हैं. पीड़ितों को अब तक प्लॉट मिलने तक का आश्वासन भी नहीं मिला है.


वहीं शिकायत लेकर पहुंचे लोगों का कहना है कि पुलिस और प्रशासन भी उनका साथ नहीं दे रहा. जमीन खरीदने के 6 साल बाद भी उन्हें उनके प्लॉट लेने के लिए ज्यादा रकम अदा करने का दबाव डाला जा रहा है.

undefined


जब वे पुलिस से इसकी शिकायत करते हैं, तो उन्हें डरा धमका दिया जाता है. वहीं इस बारे में कोई भी पुलिस अधिकारी बात करने के लिए मीडिया के सामने भी तैयार नहीं है.

कानोंदा गांव में 6 साल पहले प्लॉट खरीदने वाले गरीब लोगों को खाने पड़ रहे हैं धक्के 
प्लाट की पूरी कीमत अदा करने के बावजूद नहीं दिया जा रहा कब्जा 
लोगों ने फुल पेमेंट एग्रीमेंट और पावर ऑफ अटॉर्नी के जरिए खरीदे थे प्लॉट 
जमीदार प्लाट देने से कर रहा है  इंकार 
सदर थाना पहुंचे लोगों ने पुलिस से जल्द से जल्द प्लाट  दिलवाने की लगाई गुहार

एंकर:-
अपने आशियाने का सपना संजोकर प्लाट खरीदने वाले गरीब लोगों को प्लाट के पूरे पैसे देने के बावजूद धक्के खाने पड़ रहे हैं। बहादुरगढ़ के कानोंदा गांव में 6 साल पहले गरीब लोगों ने पाई पाई जोड़ कर छोटे-छोटे प्लॉट खरीदे थे। इन प्लाटों का फुल पेमेंट एग्रीमेंट और पावर ऑफ अटॉर्नी तक गरीबों के नाम कर दी गई। लेकिन प्लाट का कब्जा आज तक उन्हें नहीं मिला है। दरअसल दिल्ली निवासी एक प्रॉपर्टी डीलर ने कानोंदा गांव के जमींदारों से मिलकर 6 साल पहले एक कॉलोनी काटी थी। करीब डेढ़ सौ लोगों ने पाई पाई जोड़ कर वहां पर अपने आशियाने बनाने के लिए प्लॉट खरीदे थे। लेकिन कुछ समय बाद ही प्रॉपर्टी डीलर विजय की मौत हो गई। जिसके बाद जमीन के मालिकों ने प्लाट खरीदने वाले लोगों को जमीन देने से मना कर दिया। तब से लेकर अब तक यह गरीब लोग अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर ही काट रहे हैं। लेकिन अब तक इन्हें प्लाट मिलने तक का आश्वासन भी नहीं मिला है। शिकायत लेकर पहुंचे लोगों का कहना है कि पुलिस और प्रशासन भी उनका साथ नहीं दे रहा। जमीन खरीदने के 6 साल बाद भी उन्हें उनके प्लाट लेने के लिए अधिक रकम अदा करने का दबाव डाला जा रहा है। जब वे पुलिस से इसकी शिकायत करते हैं, तो उन्हें डरा धमका दिया जाता है। वहीं इस संबंध में कोई भी पुलिस अधिकारी बात करने के लिए मीडिया के सामने भी तैयार नहीं है।
बाइट कमलेश अजय मिश्रा और कैलाश।
प्रदीप धनखड़ 
बहादुरगढ़।

Link------------------------------------

Download link 
https://wetransfer.com/downloads/16479124724026c9c05bf7b2fc60c11220190204065715/60d0c99ac279a3a3394ee1c564df4e4720190204065715/b2bae1
5 files 
plot problem 2.mp4 
plot problem byte Ajay Mishra pidit.mp4 
plot problem byte Kamlesh pidit.mp4 
plot problem byte Kailash pidit.mp4 
plot problem 1.wmv 
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.