झज्जर: राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने रविवार को शहीद किसान विजेंद्र के गांव छारा और कर्मवीर के गांव गुड़ा पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की और परिवारजनों से मिलकर उन्हें सांत्वना दी. इस दौरान गांव गुड़ा में देश को किसान और जवान देने वाले स्वर्गीय कर्मवीर के परिवार से मिलकर दीपेंद्र हुड्डा भावुक हो गए और उनकी आंखें गीली हो गई.
दीपेंद्र हुड्डा ने शहीद किसान कर्मवीर के परिवार का इतिहास बताते हुए कहा कि ढांसा बॉर्डर पर किसान धरने में कर्मवीर ने किसानों के हक की लड़ाई लड़ते हुए अपनी जान कुर्बान की है. सारा देश और सारा प्रदेश सुन ले, कर्मवीर के दादाजी और उनके पिताजी फौज में थे और अब उनका बेटा भी फौज में है. दुख की बात है कि सत्ता के अहंकार में कुछ लोग किसानों की कुर्बानी का मजाक उड़ा रहे हैं.
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उन्होंने सवाल उठाया कि जो लोग आज ऐसे परिवारों पर हंस रहे हैं क्या वो देश भक्त हैं या तीन पीढ़ियों से देश की सेवा करने वाले परिवार देशभक्त हैं. शहीद किसान कर्मवीर फौजी के पोते फौजी के बेटे और फौजी के पिता थे. इस दौरान उनके साथ बेरी से विधायक रघुबीर कादियान, विधायक गीता भुक्कल व विधायक कुलदीप वत्स मौजूद रहे.
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सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने हरियाणा के कृषि मंत्री द्वारा शहीद किसानों के बारे में दिए गए बयान की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि जो किसानों की कुर्बानी का मजाक उड़ाए उसे 1 दिन भी कृषि मंत्री के पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं. उन्होंने मांग की कि ऐसे कृषि मंत्री को तुरंत बर्खास्त किया जाए. दीपेंद्र हुड्डा ने कृषि मंत्री के बयान को शर्मनाक बताते हुए कहा कि अपने जायज हक की लड़ाई लड़ते हुए जो किसान चले गए वह भी किसी के लाल थे.
'अहंकारी सरकार अहंकार में गिरेगी'
दीपेंद्र ने कहा कि आज अहंकारी सरकार अपने अहंकार में गिरने वाली है. प्रदेश सरकार गिरते ही केंद्र सरकार पर दबाव बनेगा और कृषि कानून रद्द होंगे. अजय चौटाला द्वारा दुष्यंत चौटाला का इस्तीफा जेब में होने के बयान पर दीपेंद्र ने कहा कि सही मायने में अगर किसी को इस्तीफा देना चाहिए तो वो दुष्यंत चौटाला हैं.
'किसानों की आवाज उठाता रहूंगा'
निर्दलीय विधायक और जेजेपी के विधायक सरकार से अपना समर्थन वापस लेकर सरकार को गिरा दें, ताकि किसान आंदोलन मजबूत हो. दीपेंद्र ने कहा कि वो ऐसे ही मजबूती के साथ राज्यसभा में किसानों की आवाज उठाते रहेंगे, जब तक सांस चलेगी तब तक वो किसानों की आवाज को दबने नहीं देंगे.
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