झज्जर: कोरोना वायरस ने हर किसी की कमर तोड़कर रख दी है. काफी संख्या में लोगों के रोजगार चले गए हैं. हरियाणा में स्टेज कलाकार, शादियों में बैंड-बाजे बजाने वाले, रसिया, रामलीला और रासलीला करने वाले तमाम ऐसे कलाकार हैं, जिनके काम धंधे चौपट हो गए हैं. सरकार की ओर से लगाए गई पाबंदियों की वजह से इन कलाकारों को पेट पालने भी मुश्किल हो रहा है.
एसडीएम कार्यालय पर बैंड बाजा प्रदर्शन
झज्जर जिले में कोरोना वायरस ने शादियों में बैंड बजाने वाले कलाकारों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा कर दिया है. सरकार की ओर से भी उनको किसी प्रकार की छूट नहीं दी गई है. इससे नाराज शादियों में बैंड बाजा बजाने वाले कलाकारों ने बहादुरगढ़ में एसडीएम कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने कार्यालय के सामने ही अपने बैंड-बाजे बजाने शुरू कर दिए और तहसीलदार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा.
इस दौरान मीडिया से बात करते हुए हरीश नाम के कलाकार ने बताया कि वे कई महीने से खाली बैठे हैं. एक तरफ जहां सरकार ने 50 लोगों को विवाह समारोह में जाने की अनुमति दी है. वहीं दूसरी तरफ बैंड बाजे पर रोक लगा दी है. ऐसे में ना तो शादियों में रौनक आ रही है और वहीं दूसरी तरफ बैंड बाजा बजाने वाले कलाकारों की रोजी-रोटी पर संकट खड़ा हो गया है.
उन्होंने सरकार से उनका काम बंद होने के कारण आर्थिक सहायता राशि देने की भी मांग की है, ताकि वे अपना और अपने परिवार का पेट पाल सकें. बहादुरगढ़ नगर परिषद के पूर्व चेयरमैन रवि खत्री भी बैंड बाजा कलाकारों के समर्थन में खड़े दिखाई दिए. उन्होंने भी सरकार से बैंड बाजा बजाने वाले कलाकारों की सहायता करने की मांग की है.