हिसार: जाट धर्मशाला में संयुक्त जल संघर्ष समिति की ओर से बैठक का आयोजन किया गया. जिसमें सैकड़ों किसानों ने हिस्सा लिया. बैठक में नहरी पानी के मुद्दे पर सरकार के साथ 20 मांगों पर हुए समझौते की समीक्षा की गई.
संयुक्त जल संघर्ष समिति की हिसार में बैठक
संयुक्त जल संघर्ष समिति के प्रधान कुरड़ाराम नंबरदार ने बताया कि सरकार के साथ जो 20 बिंदुओं पर समझौते हुए थे, उनमें से 3 बिंदुओं पर सरकार अभी तक एक कदम भी आगे नहीं बढ़ पाई है. खनोरी हेड से 225 क्यूसिक पानी देना, बरवाला ब्रांच, बालसमंद ब्रांच की रिमॉडलिंग करना और सिरसा ब्रांच को नीचा करने का काम अभी तक बकाया है.
किसानों ने मांगों पर की समीक्षा बैठक
इसके साथ ही कि खनोरी हेड पर रेजिंग करवाने के लिए पंजाब सरकार को पैसा और राजस्थान की तरफ से एनओसी देने की बाद भी काम शुरू नहीं किया गया है. इसके इलावा बरसाती सीजन में लगातार पानी देने के लिए भी सरकार कोई पुख्ता प्रबंध नहीं कर पाई है.
20 साल से जारी है किसानों का संघर्ष
कुरड़ाराम नंबरदार ने बताया कि किसान पिछले 20 साल से अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं. पिछले 2 साल से उन्होंने आंदोलन किया. जिसके बाद सीएम मनोहर लाल ने उसने बातचीत कर 6 महीने के अंदरा मांगें पूरी होने का आश्वासन दिया था, लेकिन 6 महीने से ज्यादा का वक्त बीत जाने के बाद भी मांगें पूरी नहीं हुई हैं.
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‘सीएम मुलाकात का वक्त दें, नहीं तो उतरेंगे सड़कों पर’
उन्होंने बताया कि सभी किसान चाहते हैं कि सीएम एक बार फिर उनसे मुलाकात करें. 12 दिसंबर को कमेटी की पंचकूला में समीक्षा बैठक होनी है. जिसमें वो चाहते हैं कि मुख्यमंत्री उन्हें मुलाकात का वक्त दें. अगर सीएम ने उन्हें बातचीत का मौका नहीं दिया वो लोग मजबूरन सड़कों पर उतरने को मजबूर हो जाएंगे.