हिसार: अपनी नौकरी बहाली की मांग को लेकर पीटीआई अध्यापकों का धरना 45वें दिन भी जारी रहा. गुरुवार को पीटीआई अध्यापकों ने प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और हरियाणा सीएम से इच्छा मृत्यु की मांग की. उन्होंने कहा कि ऐसी जिल्लत की जिंदगी जीने और भूखों मरने से बेहतर है कि वो मर जाएं. इसलिए सरकार उन्हें इच्छा मृत्यु की इजाजत दे.
एक महिला पीटीआई ने कहा कि सरकार चाहती तो उनकी नौकरी जाने से बचा सकती थी. क्योंकि कोर्ट ने भर्ती घोटाले में किसी भी पीटीआई को दोष नहीं दिया है. सरकार अपनी राजनीति के चक्कर में 1983 परिवारों को बर्बाद कर रही है. इसलिए वो सरकार से मांग करती है कि सरकार उसे इच्छा मृत्यु की इजाजत दे.
वहीं हरियाणा शारीरिक शिक्षा संघर्ष समिति के प्रधान विजय सिंह ने कहा कि वो पिछले 45 दिन से अपनी नौकरी वापसी की मांग को लेकर शांतिपूर्वक धरना दे रहे हैं, लेकिन फिर भी सरकार कोई सुनवायी नहीं कर रही है. उन्होंने कहा कि ऐसे घुट-घुट कर जीने से अच्छा तो मर जाना बेहतर है. सरकार उन्हें नौकरी नहीं दे सकती तो कम से कम मरने की इजाजत तो दे दे. उन्होंने कहा कि उनका धरना इसी प्रकार जारी रहेगा.
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