हिसारः फर्जी कागजात बनाकर सरकार को करोड़ों का चूना लगाने वाली 5 फर्मों के 7 व्यापारियों के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई शुरु कर दी है. शुक्रवार को एक्ससाइज एन्ड टैक्सेसशन विभाग की शिकायत पर पुलिस ने धोखाधड़ी सहित अनेक धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
एफआईआर के अनुसार प्रवीण मेहता (कृष्ण कॉटन इंडस्ट्रीज), अंकुश (अंकुश कॉटन एंड जीनिंग), कमल कुमार,संजय कुमार, मनोज कुमार तीन भाई (गणपति इंडस्ट्रीज), सोनू (विशाल इंडस्ट्रीज) और वकील चंद (अग्रवाल कॉटन इंडस्ट्रीज) के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
एक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग के मुताबिक व्यापारियों ने पहले फर्जी कागजात बनाए और उन्हीं कागजात को इज ऑफ डूइंग वेबसाइट पर अपलोड करके रजिस्ट्रेशन नंबर लिया गया. हालांकि जब टैक्सेशन विभाग ने इस बाबत तथ्य जुटाए तब चौंकाने वाले नतीजे सामने आए.
विभाग के मुताबिक जांच के दौरान तो उन्हें कोई फॉर्म जमीनी तौर पर मौजूद नहीं मिली. विभाग ने बताया कि फर्जी बिल के बल पर करोड़ों का खेल खेला जा रहा था. मामले की सूचना मिलते ही विभाग ने पुलिस को मामले की जानकारी दी.
पुलिस ने धोखाधड़ी व अन्य जाली दस्तावेज बनाकर सरकार को आर्थिक नुकसान पहुंचाने जैसी विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया.