हिसार: हांसी में एक मई को मजदूर दिवस पर ट्रेड यूनियनों की तरफ से लेबर शेड हाउस मे संयुक्त रूप से मीटिंग की गई. मीटिंग तमाम कर्मचारी, किसान, मजदूर, भवन निर्माण, सीटू, आशा वर्कर, एलआईसी, बैंक, बीमा, डाकखाना, बीएसएनल,मिड डे मील के कर्मचारी मौजूद रहे.
वही सर्व कर्मचारी संघ के प्रधान सुरेंद्र यादव ने सभी को संबोधित करते हुए बताया की कि आज के पूंजीवादी दौर में मजदूरों, कर्मचारियों, महिला, व्यापारियों के हितों पर कुठाराघात किया जा रहा है. मई दिवस मजदूरों ने 1मई 1886 मे अधिकारों को लेकर अमेरिका के शिकागो के शहर में 133 साल पहले संघर्ष छेड़ा था. इसके लिए मजदूरों ने भारी शहादत दी है.
आठ घंटे को लंबे-लंबे संघर्ष और आंदोलन के बाद काम के घंटे निश्चित किए गए थे, जो कि आज के दौर में खत्म होते जा रहे हैं. निजीकरण, आउटसोर्सिंग, ठेकेदारी प्रथा, लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है. ट्रेड यूनियन अधिकारों में पूंजी परस्त अधिकारों की बढ़ावा दिया जा रहा है.मजदूरों, कर्मचारियों के हित के कानूनों में बदलाव किया जा रहा है. पूंजीवादी दौर में इन व्यवस्थाओं को परिवर्तन के लिए पूरे देश में मजदूरों में लड़कर मई दिवस का शहीदों में शहादत देते हुए 'मई दिवस' का आयोजन किया था.