हिसार: सीएम का विरोध करने पहुंचे कई किसानों को पुलिस ने लाठीचार्ज के दौरान हिरासत में ले लिया था. जिसके बाद शाम को 5 बजे से लेकर 7 बजे तक किसानों ने विरोध स्वरूप राज्य के सभी हाईवे ब्लॉक कर दिए. किसानों का साफ कहना था कि जब तक हिरासत में लिए गए किसानों को छोड़ा नहीं जाएगा उनका धरना प्रदर्शन जारी रहेगा.
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इसके बाद किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी और राकेश टिकैत हिसार पहुंचे. इन दोनों नेताओं के नेतृत्व में किसानों ने आईजी आवास का घेराव किया और प्रशासन और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इसके बाद किसानों ने धरनास्थल पर ही 11 सदस्यों की कमेटी बनाई और हिसार के आईजी व डॉ प्रियंका सोनी से मिलने पहुंचे. करीब ढाई से तीन घंटे चली इस मीटिंग में किसान और पुलिस प्रशासन के बीच किसानों की मांगों पर सहमति बन गई.
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किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने बताया कि तीन मांगों को पुलिस प्रशासन के सामने रखा था. प्रशासन ने सभी मांगों को मान लिया है. प्रशासन ने 85 किसानों को हिरासत में लिया था, जिन्हें अब छोड़ दिया गया है. साथ ही पुलिस ने जो किसानों के साधन पकड़े थे वो भी छोड़ दिए हैं. इस दौरान चढूनी ने कहा कि जिन किसानों का नुकसान हुआ है उसका सारा खर्च किसान यूनियन वहन करेगी.
थानों का नहीं होगा घेराव, कार्यक्रम रद्द
गुरनाम सिंह चढूनी के आह्वान पर ही 2 घंटे के लिए हाईवे जाम किए गए थे. साथ ही उन्होंने सोमवार को प्रदेश के सभी पुलिस थानों के घेराव करने की बात कही थी. अब चूंकि पुलिस प्रशासन ने हिरासत में लिए किसानों को छोड़ दिया है, तो चढूनी ने साफ कर दिया है कि अब थानों का घेराव नहीं होगा. उस कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया है.
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