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हरियाणा में इन जिलों की तरफ बढ़ा मानसून, 18 जुलाई से जमकर बरसेंगे मेघा

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Published : Jul 15, 2021, 5:20 PM IST

Updated : Jul 17, 2021, 4:19 PM IST

हरियाणा में मानसून (Haryana Monsoon) पहुंच चुका है. ऐसे में अगले कुछ दिनों में हरियाणा के मौसम (Haryana Weather) में तेजी से बदलाव देखने को मिलेंगे. प्रदेश के कई जिलों में मुसलाधार बारिश की संभावना बनी हुई है. ऐसे में हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर मदन लाल खीचड़ ने किसानोें को विशेष सलाह दी है.

haryana weather update Haryana Weather forecast
हरियाणा में अगले तीन दिन ऐसा रहेगा मौसम

हिसार: हरियाणा में मंगलवार और बुधवार को मूसलाधार बारिश (Rain in Haryana) होने के बाद मौसम ने हल्का ब्रेक लगा दिया है. आसमान से बादल छट गए हैं, लेकिन जल्द ही मौसम में ट्विस्ट आने वाला है. मौसम विभाग का अनुमान है कि आने वाले दो दिन उन किसान भाइयों के बेहद खास हो सकते हैं, जिन्होंने अभी धान की फसल नहीं रोपी है.

हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर मदन लाल खीचड़ (Meteorologist Dr. Madan Lal Khichad) ने बताया कि जिन किसानों ने धान की रोपाई नहीं की है, वो अगले दो दिनों तक रुक सकते हैं. अगले 48 घंटे तक प्रदेश में हल्की बारिश होगी, लेकिन 17 जुलाई को तेज बारिश होगी. जिससे नई रोपाई की गई फसल को नुकसान पहुंच सकता है. 17 जुलाई से बंगाल की खाड़ी में एक और लो-प्रेशर एरिया बनने से मानसून की सक्रियता फिर से बढ़ सकती है. जिसके कारण राज्य के सभी जिलों में गरज-चमक और हवायों के साथ 18 जुलाई से 21 जुलाई के बीच बारिश होने की संभावना है.

ये पढे़ं- हरियाणा में भारी बारिश से बाढ़ में डूबे कई गांव, 24 घंटे छत पर फंसा रहा परिवार

मौसम विभाग के मुताबिक अगले 48 घंटे यमुनानगर, पंचकूला, अंबाला, रोहतक, पानीपत, सोनीपत, रोहतक, फतेहाबाद, फरीदाबाद, गुरुग्राम और जींद में 2 से 10 एमएम तक बारिश होने की संभावना है. वहीं करनाल, कुरुक्षेत्र, नूंह, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, चरखी दादरी में 8 एमएम से 15 एमएम तक बारिश होने की संभावना है. 17 जुलाई को पूरे प्रदेश में लाइट से मोडरेट यानी तेज हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश की संभावना है.

ये पढ़ें- Haryana Monsoon Update: हरियाणा के कई इलाकों में बारिश के बाद बाढ़, अब इन जिलों में भारी बारिश की संभावना

दरअसल बंगाल की तरफ से नमी वाली पुरवाई हवाएं चलने के कारण अरब सागर पर बने एक कम दबाब का क्षेत्र बना. जिससे दक्षिण पाश्चिमी मॉनसूनी हवाएं (Southwest Monsoon Winds) हरियाणा में 12 जुलाई से सक्रिय होना शुरू हुई. इसी के चलते हरियाणा के ज्यादातर क्षेत्रों में 13 और 14 जुलाई को हल्की से मध्यम और कुछ एक स्थानों पर तेज और भारी बारिश दर्ज की गई. भारत मौसम विज्ञान विभाग के आंकडों के अनुसार हरियाणा राज्य में मानसून की सक्रियता के बावजूद 1 जून से 14 जुलाई तक 83.5 मिलीमीटर बारीश दर्ज हुई है जो सामान्य बारिश (112.9 मिलीमीटर) से 26 प्रतिशत कम है.

ये भी पढ़ें- Haryana Rain Update: हरियाणा में मानसून की दस्तक, कई जिलों में मूसलाधार बारिश

हिसार: हरियाणा में मंगलवार और बुधवार को मूसलाधार बारिश (Rain in Haryana) होने के बाद मौसम ने हल्का ब्रेक लगा दिया है. आसमान से बादल छट गए हैं, लेकिन जल्द ही मौसम में ट्विस्ट आने वाला है. मौसम विभाग का अनुमान है कि आने वाले दो दिन उन किसान भाइयों के बेहद खास हो सकते हैं, जिन्होंने अभी धान की फसल नहीं रोपी है.

हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर मदन लाल खीचड़ (Meteorologist Dr. Madan Lal Khichad) ने बताया कि जिन किसानों ने धान की रोपाई नहीं की है, वो अगले दो दिनों तक रुक सकते हैं. अगले 48 घंटे तक प्रदेश में हल्की बारिश होगी, लेकिन 17 जुलाई को तेज बारिश होगी. जिससे नई रोपाई की गई फसल को नुकसान पहुंच सकता है. 17 जुलाई से बंगाल की खाड़ी में एक और लो-प्रेशर एरिया बनने से मानसून की सक्रियता फिर से बढ़ सकती है. जिसके कारण राज्य के सभी जिलों में गरज-चमक और हवायों के साथ 18 जुलाई से 21 जुलाई के बीच बारिश होने की संभावना है.

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मौसम विभाग के मुताबिक अगले 48 घंटे यमुनानगर, पंचकूला, अंबाला, रोहतक, पानीपत, सोनीपत, रोहतक, फतेहाबाद, फरीदाबाद, गुरुग्राम और जींद में 2 से 10 एमएम तक बारिश होने की संभावना है. वहीं करनाल, कुरुक्षेत्र, नूंह, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, चरखी दादरी में 8 एमएम से 15 एमएम तक बारिश होने की संभावना है. 17 जुलाई को पूरे प्रदेश में लाइट से मोडरेट यानी तेज हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश की संभावना है.

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दरअसल बंगाल की तरफ से नमी वाली पुरवाई हवाएं चलने के कारण अरब सागर पर बने एक कम दबाब का क्षेत्र बना. जिससे दक्षिण पाश्चिमी मॉनसूनी हवाएं (Southwest Monsoon Winds) हरियाणा में 12 जुलाई से सक्रिय होना शुरू हुई. इसी के चलते हरियाणा के ज्यादातर क्षेत्रों में 13 और 14 जुलाई को हल्की से मध्यम और कुछ एक स्थानों पर तेज और भारी बारिश दर्ज की गई. भारत मौसम विज्ञान विभाग के आंकडों के अनुसार हरियाणा राज्य में मानसून की सक्रियता के बावजूद 1 जून से 14 जुलाई तक 83.5 मिलीमीटर बारीश दर्ज हुई है जो सामान्य बारिश (112.9 मिलीमीटर) से 26 प्रतिशत कम है.

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Last Updated : Jul 17, 2021, 4:19 PM IST
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