हिसार: आदमपुर उपचुनाव के लिए सभी दलों के प्रत्याशियों की उम्मीद जातिगत समीकरण पर आकर टिक गई है. आदमपुर हलके में सबसे ज्यादा जाट समाज के वोट हैं लेकिन बात करें सत्तापक्ष भाजपा की तो भव्य बिश्नोई के टक्कर में तीनों मुख्य दलों ने जाट उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है. ऐसे में जाटों के वोट बंटना लगभग तय है. इस तरह देखा जाए तो गैर जाट वोटर्स ही आदमपुर उपचुनाव की दिशा तय करेंगे.
आदमपुर विधानसभा में जाट मतदाता (Jat Voters in Adampur by election) पर सभी प्रत्याशियों की निगाहें लगी हैं. आदमपुर हलके में कुल 1 लाख 71 हजार 473 मतदाता हैं. इनमें से सबसे ज्यादा करीब 55 हजार वोट जाट समाज के हैं. वहीं 28 हजार वोट बिश्नोई समुदाय के हैं. इनके अलावा एससी के करीब 26 हजार, बीसीए के 29 हजार और करीब 4 हजार 800 वोट बीसीबी के हैं. जाट और बिश्नोई समाज के अलावा हलके में सामान्य जाति के करीब 5 हजार 700 वोट ब्राह्मण हैं, 5 हजार वोट अग्रवाल, 4 हजार वोट पंजाबी, 750 वोट मुस्लिम, 1900 वोट राजपूत, 75 वोट ईसाई और करीब 1 हजार वोट सिखों के हैं.
आदमपुर विधानसभा में दलित वोटर (Dalit Voters in Adampur Assembly) करीब 30 हजार मतदाता हैं. एससी में सबसे ज्यादा करीब 21 हजार वोट हरिजन तथा बीसी में सबसे ज्यादा वोट करीब 8 हजार 200 वोट खाती के हैं. कुम्हार बिरादरी के करीब 6 हजार 500 वोट हैं. भाजपा प्रत्याशी भव्य बिश्नोई के सामने कांग्रेस प्रत्याशी जयप्रकाश, आम आदमी पार्टी के सतेंद्र सिंह और इनेलो से कुरड़ाराम नंबरदार चुनावी मैदान में हैं. खास बात यह है कि भव्य बिश्नोई के सामने मुख्य दलों के तीनों प्रत्याशी जाट समुदाय से हैं.
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ऐसे में वोटों का ध्रुवीकरण होता है तो जाटों के वोट बंटने की पूरी संभावना है. यदि गैर जाट समाज के वोट भव्य को मिलते हैं तो सबकी नजर गैर जाट वोटर्स पर रहेगी. अब प्रत्याशियों द्वारा जाटों के अलावा गैर जाट वोटर्स को साधने की कोशिश की जाएगी. क्योंकि इन्हीं वोटों के आधार पर हलके में चुनावी परिणाम निर्भर करेगा. कुल मिलाकर आदमपुर उपचुनाव के रण में घमासान मच गया है और मुकाबला दिलचस्प होगा.
दूसरी तरफ संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से भी आदमपुर उपचुनाव के गांवों में धरना शुरू कर दिया गया है. किसान साल 2020 और 21 का फसल खराबा मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं. इसी को लेकर किसान सरकार का विरोध भी जता रहे हैं, जिससे उपचुनाव में बीजेपी के लिए बड़ी समस्या खड़ी हो सकती है. सभी पार्टियों के प्रत्याशी हल्के में अपने अपने दौरे शुरू कर चुके हैं. वोटरों को लुभाने के लिए तरह तरह के वादे किये जा रहे हैं. सभी प्रत्याशी एक दूसरे को पलटू बता रहे हैं. बीजेपी, कांग्रेस, आप, इनेलो इन चारों पार्टियों के प्रत्याशी कुछ समय पहले दूसरी पार्टियों से आए हैं.
आदमपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के निर्वाचन अधिकारी व जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी सुभाष चंद्र ने बताया कि विधान सभा क्षेत्र में 3 नवंबर को होने वाले उपचुनाव में 22 उम्मीदवार चुनाव मैदान में रह गए हैं. सभी उम्मीदवारों को चुनाव चिन्ह भी आवंटित कर दिए गए हैं. 3 नवंबर को होने वाले मतदान के लिए 57 गांवों में 180 बूथ बनाए गए हैं. विधान सभा क्षेत्र में कुल 1 लाख 71 हजार 473 मतदाता हैं. जिनमें 91 हजार 805 पुरूष तथा 79 हजार 668 महिला मतदाता हैं.