गुरुग्राम: 'कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारों', जी हां इस कहावत को सच कर रहा है गुरुग्राम का 3 वर्षीय हेयांश. जिसने मात्र इतनी सी उम्र में ही एवरेस्ट पर चढ़कर इतिहास (gurugram child mount everest) रचने की ठान ली है. इससे पहले साढ़े 4 साल के बच्चे ने एवरेस्ट पर चढ़कर रिकॉर्ड स्थापित किया था, लेकिन उस रिकॉर्ड को तोड़ने वाला है गुरुग्राम का 3 वर्षीय हेयांश.
दरअसल हेयांश गुरुग्राम के छोटे से गांव बाबड़ा बांकेपुर का रहने वाला है. इस 3 वर्षीय मासूम का हौसला, जुनून और कारनामा सुनकर हर कोई हैरान हो जाएगा. ये नन्हा सा बालक वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के लिए अग्रसर है. इतना ही नहीं ये बालक बीते डेढ़ साल से हिमाचल की वादियों और पहाड़ों में कड़ी ट्रेनिंग भी कर रहा था.
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हेयांश के ट्रेनर की मानें तो हेयांश को एवरेस्ट पर चढ़ाई करने से पहले पूरी तरह से तैयार किया गया है. यहां तक की उसके खाने-पीने से लेकर उसको कड़ी ट्रेनिंग भी दी गई है. मासूम का प्रोत्साहन और मनोबल बढ़ाने के लिए मैनकाइंड कंपनी ने भी सपोर्ट किया है. मैनकाइंड कंपनी ने बच्चे की आर्थिक सहायता भी की है. हेयांश को लेकर काठमांडू (नेपाल) से सभी औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं.
हेयांश के पिता मंजीत कुमार ने बताया कि जब वह मां के गर्भ में था, तभी से उन्होंने तय किया था कि बेटा पैदा हो या बेटी, उसे बहुत ही स्ट्रांग बनाएंगे. उसी हिसाब से उसकी मां को खान-पान दिया गया. जब हेयांश पैदा हुआ तो उसे भी खाने में विशेष चीजें दी गई. जंक फूड आदि से उसे दूर रखा गया. हेयांश 8 सितंबर यानी कल से एवरेस्ट पर चढ़ाई कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के लिए जाएगा.
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