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गुरुग्राम में विदेशी कुत्तों के बैन के खिलाफ Pet Lovers का प्रदर्शन, सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी

गुरुग्राम में 11 नस्ल के विदेशी कुत्ते पालने पर बैन को लेकर पेट्स लवर्स प्रदर्शन कर रहे हैं. लोगों ने सड़क पर उतरकर शांतिपूर्ण तरीके से इसका विरोध जताया. पेट्स लवर्स का कहना है कि देश में गुरुग्राम पहला ऐसा शहर है जहां किसी विदेशी नस्ल के पेट्स को खतरनाक बताकर बैन किया गया है. (Pet Lovers protest against MC Gurugram)

Gurugram People protest against MC Gurugram catching unregistered dogs
नगर निगम गुरुग्राम के तुगलकी फरमान के खिलाफ सड़कों पर उतरे Pet Lovers
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Published : Dec 12, 2022, 12:49 PM IST

पेट्स लवर्स ने किया नगर निगम गुरुग्राम का विरोध.

गुरुग्राम: नगर निगम गुरुग्राम के आदेश के खिलाफ अब पेट्स लवर्स ने सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी कर ली है. निगम द्वारा विदेशी नस्ल के कुत्तों को पालने पर बैन लगाने की लेकर पेट्स लवर्स सड़कों पर उतर आए. उन्होंने लेजरवैली पार्क के बाहर शांतिपूर्वक प्रदर्शन किया. लोगों का कहना है कि निगम अधिकारी अपनी नाकामी छिपाने के लिए पेट्स लवर्स को परेशान कर रहे हैं. अधिकारी ब्रीडर्स पर शिकंजा नहीं कस पा रहे हैं और पेट्स लवर्स को परेशान करने में लग गए हैं. जिन विदेशी पेट्स को उन्होंने अडॉप्ट किया है वह इंपोर्ट सर्टिफिकेट कहां से लाएं, वे अडॉप्ट सर्टिफिकेट तो दे सकते हैं. (Foreign breed pets banned in Gurugram)

पेट्स लवर्स का कहना है कि कोई कुत्ता किसी के लिए खतरनाक है या नहीं यह उसकी ब्रीड तय नहीं कर सकती. यह पेट और उसे पालने वाले का बिहेवियर तय करता है. कंज्यूमर फोरम के आदेशों पर जब हाई कोर्ट ने स्टे लगा दिया है तो नगर निगम अधिकारियों को ऐसी क्या रुचि है जो वह कंज्यूमर फोरम के आदेश लागू करने को उतारू हो रहे हैं. पेट्स लवर्स का कहना है कि कोविड काल के दौरान जब लोगों ने अपने पेट्स को सड़क पर छोड़ दिया था तो उन्हीं लोगों ने इन पेट्स को अडॉप्ट किया था. अब उनके पास कोई इंपोर्ट सर्टिफिकेट नहीं है. (MC Gurugram catching unregistered dogs)

नगर निगम ने इन पेट्स का रजिस्ट्रेशन करने से भी इंकार कर दिया. इनकी फीस इतनी अधिक कर दी है कि हर कोई इसे नहीं भर सकता. फीस लेने के बाद भी निगम कोई सुविधा नहीं दे रहा है. अब तुगलकी फरमान जारी कर इन पेट्स को डेस्ट्रॉय करने की बात कही जा रही है. नगर निगम के अधिकारी सीधे जीव हत्या करने पर उतारू हो रहे हैं. हमारे देश का संविधान किसी जीव की हत्या करने की अनुमति नहीं देता, लेकिन निगम अधिकारी अपने वर्चस्व की खातिर इन जीव की हत्या करने को तैयार हो रहे हैं. विदेशी नस्ल के पेट्स पर लगाम लगाने के लिए इनकी ब्रीड्स को कंट्रोल करना होगा. (Pet Lovers protest in Gurugram)

पेट्स लवर्स का कहना है कि देश में गुरुग्राम पहला ऐसा शहर है जहां किसी विदेशी नस्ल के पेट्स को खतरनाक बताकर बैन किया गया है, लेकिन इन नस्लों को किस आधार पर खतरनाक बताया गया है इसका किसी के पास जवाब नहीं है. नगर निगम के अधिकारियों ने आज तक स्ट्रे डॉग्स पर तो कोई कार्रवाई नहीं की, लेकिन पेट्स के खिलाफ कार्रवाई करके लोगों में दहशत फैला रहे हैं, ताकि अपनी मनमर्जी कर सकें. दरअसल लोगों पर हमला करने की लगातार खबरों के बीच गुरुग्राम जिला उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग ने 11 नस्ल के विदेशी कुत्तों को पालने पर बैन लगा दिया है. जिनमे अमेरिकन पिट बुल, डोगो अर्जेंटिनो, रॉटवीलर, नीपोलिटन मास्टिफ, बोअरबेल, प्रेसा कैनारियो, वुल्फ डॉग, बैंडोग, अमेरिकन बुलडॉग, फिला ब्रासीलेरो और केन कोरो शामिल हैं.

ये भी पढ़ें: हरियाणा में कुत्ता पालने के लिए लाइसेंस अनिवार्य, उल्लंघन करने पर हो सकती है जेल, जानिए नया नियम

पेट्स लवर्स ने किया नगर निगम गुरुग्राम का विरोध.

गुरुग्राम: नगर निगम गुरुग्राम के आदेश के खिलाफ अब पेट्स लवर्स ने सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी कर ली है. निगम द्वारा विदेशी नस्ल के कुत्तों को पालने पर बैन लगाने की लेकर पेट्स लवर्स सड़कों पर उतर आए. उन्होंने लेजरवैली पार्क के बाहर शांतिपूर्वक प्रदर्शन किया. लोगों का कहना है कि निगम अधिकारी अपनी नाकामी छिपाने के लिए पेट्स लवर्स को परेशान कर रहे हैं. अधिकारी ब्रीडर्स पर शिकंजा नहीं कस पा रहे हैं और पेट्स लवर्स को परेशान करने में लग गए हैं. जिन विदेशी पेट्स को उन्होंने अडॉप्ट किया है वह इंपोर्ट सर्टिफिकेट कहां से लाएं, वे अडॉप्ट सर्टिफिकेट तो दे सकते हैं. (Foreign breed pets banned in Gurugram)

पेट्स लवर्स का कहना है कि कोई कुत्ता किसी के लिए खतरनाक है या नहीं यह उसकी ब्रीड तय नहीं कर सकती. यह पेट और उसे पालने वाले का बिहेवियर तय करता है. कंज्यूमर फोरम के आदेशों पर जब हाई कोर्ट ने स्टे लगा दिया है तो नगर निगम अधिकारियों को ऐसी क्या रुचि है जो वह कंज्यूमर फोरम के आदेश लागू करने को उतारू हो रहे हैं. पेट्स लवर्स का कहना है कि कोविड काल के दौरान जब लोगों ने अपने पेट्स को सड़क पर छोड़ दिया था तो उन्हीं लोगों ने इन पेट्स को अडॉप्ट किया था. अब उनके पास कोई इंपोर्ट सर्टिफिकेट नहीं है. (MC Gurugram catching unregistered dogs)

नगर निगम ने इन पेट्स का रजिस्ट्रेशन करने से भी इंकार कर दिया. इनकी फीस इतनी अधिक कर दी है कि हर कोई इसे नहीं भर सकता. फीस लेने के बाद भी निगम कोई सुविधा नहीं दे रहा है. अब तुगलकी फरमान जारी कर इन पेट्स को डेस्ट्रॉय करने की बात कही जा रही है. नगर निगम के अधिकारी सीधे जीव हत्या करने पर उतारू हो रहे हैं. हमारे देश का संविधान किसी जीव की हत्या करने की अनुमति नहीं देता, लेकिन निगम अधिकारी अपने वर्चस्व की खातिर इन जीव की हत्या करने को तैयार हो रहे हैं. विदेशी नस्ल के पेट्स पर लगाम लगाने के लिए इनकी ब्रीड्स को कंट्रोल करना होगा. (Pet Lovers protest in Gurugram)

पेट्स लवर्स का कहना है कि देश में गुरुग्राम पहला ऐसा शहर है जहां किसी विदेशी नस्ल के पेट्स को खतरनाक बताकर बैन किया गया है, लेकिन इन नस्लों को किस आधार पर खतरनाक बताया गया है इसका किसी के पास जवाब नहीं है. नगर निगम के अधिकारियों ने आज तक स्ट्रे डॉग्स पर तो कोई कार्रवाई नहीं की, लेकिन पेट्स के खिलाफ कार्रवाई करके लोगों में दहशत फैला रहे हैं, ताकि अपनी मनमर्जी कर सकें. दरअसल लोगों पर हमला करने की लगातार खबरों के बीच गुरुग्राम जिला उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग ने 11 नस्ल के विदेशी कुत्तों को पालने पर बैन लगा दिया है. जिनमे अमेरिकन पिट बुल, डोगो अर्जेंटिनो, रॉटवीलर, नीपोलिटन मास्टिफ, बोअरबेल, प्रेसा कैनारियो, वुल्फ डॉग, बैंडोग, अमेरिकन बुलडॉग, फिला ब्रासीलेरो और केन कोरो शामिल हैं.

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