फतेहाबादः 31 जनवरी की रात फतेहाबाद के रतिया के गांव सरदरेवाला हादसे में मरने वालों की संख्या 10 हो गई है. एक क्रूजर गाड़ी धुंध के चलते भाखड़ा नहर में जा गिरी थी, जिसमें 14 लोग सवार थे. 2 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया था. वहीं 2 लोग अब भी लापता हैं. हादसे के 4 दिन बाद आखिरकार प्रशासन के उच्च अधिकारियों की नींद खुल ही गई. सोमवार को हिसार कमिश्नर ए श्रीनिवासन और फतेहाबाद की डीसी मनदीप कौर ने घटनास्थल पर पहुंचकर नहर में सुरक्षा कमियों का जायजा लिया और ग्रामीणों से गार्ड वाल सहित कई मुद्दों पर बात की.
अधिकारियों के रवैये को लेकर ग्रामीणों में रोषः ग्रामीणों में मौके पर रोष भी देखा गया. ग्रामीणों का आरोप था कि इतनी बड़ी घटना हो गई, लेकिन प्रशासन का कोई बड़ा जिम्मेदार अधिकारी हादसे के तुरंत बाद मौके पर नहीं पहुंचा और न ही मृतकों के परिजनों से मिला. ग्रामीणों ने कमिश्नर को बताया कि नहर पर बने पुल के साथ सुरक्षा दीवार पहले से बनाई गई होती तो इस हादसे को होने से टाला जा सकता था और 12 कीमती जाने न जाती.
भाखड़ा नहर पहुंच कमिश्नर ने लिया जायजाः भाखड़ा नहर पर पहुंचे कमिश्नर ए श्रीनिवासन ने मीडिया से बात करते हुए हादसे को दुखद बताया और अपनी संवेदनाएं व्यक्त की. उन्होंने कहा कि अभी सरकार की और से हादसे का शिकार हुए व्यक्तियों के परिजनों को आर्थिक मदद की घोषणा की गई है, लेकिन राजस्व विभाग की और से ऐसे मामलों में जो प्रावधान है, उसके तहत केस बनाकर पीड़ित परिवारों की मदद करने का हर संभव प्रयास किया जाएगा. अधिकारियों ने मृतकों के घर जाकर परिजनों को ढांढस बंधाया और हर संभव मदद का भरोसा दिलाया.
लापता लोगों की तलाश में जुटी एनडीआरएफ और एसडीआरएफः बता दें कि 31 जनवरी की रात पंजाब के फाजिल्का से शादी समारोह से लौट रही एक गाड़ी गांव सरदारेवाला के समीप नहर में जा गिरी थी. गाड़ी में 14 लोग सवार थे, जिसमें 2 लोगो की जान बच गई जबकि 12 अन्य लोग नहर के तेज बहाव के साथ बह गए थे. राहत और बचाव में लगी टीमों ने 10 लोगों के शव अब तक बरामद कर लिए हैं जबकि 2 लोगों तलाश अब भी जारी है. लापता लोगों की तलाश में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, स्थानीय पुलिस और सिंचाई विभाग की टीम लगी हुई है.