गुरुग्राम: दिल्ली से सटे गुरुग्राम के एक अस्पताल में दुनिया का ऐसा पहला लिवर ट्रांसप्लांट किया गया है. जिस करने में गाय की नसों का इस्तेमाल किया गया है. ये लिवर ट्रांसप्लांट सऊदी अरब की रहने वाली 1 साल की मासूम बच्ची का किया गया है.
हूर को मिला नया जीवन
करीब 14 घंटें लंबी चली इस सर्जरी के बाद बच्ची अब पूरी तरह से स्वस्थ है और उसे अस्पताल से छुट्टी भी दे दी गई है. दरअसल, सऊदी अरब के रहने वाले एक दंपत्ति की 1 साल की बच्ची हूर को पित्त नलिकाओं के विकसित ना होने की वजह से लिवर में प्रॉब्लम हो गई थी. सऊदी के डॉक्टर्स ने उसका इलाज किया लेकिन वो सफल नहीं हो पाए.
14 घंटे लंबा चला ऑपरेशन
सऊदी के डॉक्टर्स ने बच्ची के माता-पिता को उसका इलाज हिंदुस्तान जाकर कराने के लिए कहा. जिसके बाद माता-पिता अपनी बेटी को लेकर दिल्ली पहुंचे. इसके बाद गुरुग्राम के एक जाने माने अस्पताल में बच्ची का सफल ऑपरेशन किया गया. डॉक्टर्स ने बच्ची का लिवर ट्रांसप्लांट किया और इस दौरान नए लीवर तक खून का संचार कराने के लिए गाय की नसों का इस्तेमाल किया गया गया.
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विदेश से मंगाई गई गाय की नसें
बच्चे का लिवर ट्रांसप्लांट करने वाले डॉक्टर्स की मानें तो दिल्ली-एनसीआर में ये ऐसा पहला लिवर ट्रांसप्लांट है. जो इतनी कम उम्र की बच्ची का किया गया है, जबकि विश्व का ऐसा पहला लिवर ट्रांसप्लांट है जिसमें नए लीवर तक खून का संचार करने के लिए गाय की नसों का इस्तेमाल किया गया है. इन नसों को विदेशी कंट्री से मंगाया गया है .