चंडीगढ़: कोरोना महामारी के बीच 1 फरवरी को देश का आम बजट पेश होने जा रहा है. इस बजट से उद्योगों, बड़े कारोबारियों और खुदरा व्यापारियों से लेकर आम जनता तक को बड़ी उम्मीदें हैं. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने खुद कहा है कि ये बजट 100 वर्षों का सबसे अच्छा बजट होगा. इस साल के बजट को अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
बता दें कि कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए बजट 2021 अब तक का सबसे महत्वपूर्ण बजट है. कोरोना महामारी के दौर ने ये महसूस करा दिया है कि स्वास्थ्य के क्षेत्र एक बहुत ही महत्वपूर्ण क्षेत्र है और इस क्षेत्र में काफी ध्यान देने की जरूरत है. क्योंकि कोरोना महामारी में स्वास्थ्य सेवाओं पर कई सवालिया निशान खड़े हुए थे.
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क्या कहना है हेल्थ एक्सपर्ट का?
ऐसे में ईटीवी भारत की टीम ने हेल्थ एक्सपर्ट स्वाति माहेश्वरी से खास बात की और जाना कि इस बार सरकार को स्वास्थ्य के क्षेत्र के लिए क्या घोषणाएं करनी चाहिए और क्या सुधार करने की जरूरत है.
'बढ़ना चाहिए स्वास्थ्य का बजट'
हेल्थ एक्सपर्ट स्वाति माहेश्वरी की मानें तो इस बार के बजट में सरकारी अस्पतालों की हालत सुधारने पर जोर देना होगा. ऐसा बजट लाना होगा कि हर जिले के सरकारी अस्पताल में नीचे तबके के लोगों को बेहतर सुविधा मिल सके और ऐसी सुविधा मिले जो बड़े-बड़े प्राइवेट अस्पतालों में दी जाती है, क्योंकि सुविधा के अभाव में आज भी भारत में ज्यादातर लोग कई बीमारियों से जुझ रहे हैं. इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र की पीएचसी को और बेहतर करने पर सरकार को बजट में स्वास्थ्य बजट में बढ़ोतरी करनी चाहिए.
आयुष्मान भारत योजना पर जोर देने की जरूरत
स्वाति महेश्वरी ने कहा कि भारत सरकार की आयुष्मान भारत योजना स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक अच्छी योजना है, इस योजना को सरकार को और बढ़ाना चाहिए. हालांकि 10 करोड़ लोगों को इसका लाभ मिल चुका है, लेकिन इसे और सफल बनाने के लिए सरकार को बजट बढ़ाना पडे़गा.
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टेलीमेडिसिन को दूर-दराज इलाकों को जोड़ना जरूरी
इस बजट को लेकर उन्होंने कहा कि सरकार को दूर दराज इलाकों और ग्रामीण क्षेत्रों को बड़े अस्पताल से जोड़ना होगा. इन इलाकों के टेलीमेडिसिन को शहर के बड़े अस्पतालों से कनेक्ट करना होगा. इसके जरिए ग्रामीण लोगों के शहर के बड़े अस्पताल से सलाह मशविरा मिल सकेगा.
फार्मा में आत्मनिर्भर बनाने पर जोर
उन्होंने कहा कि चीन से फार्मा के सामानों को न मंगवाना पड़े इसके लिए भारत को आत्मनिर्भर बनना होगा. इन सामानों को एपीआई कहा जाता है. इनसे दवाई बनाई जाती है. अभी भारत और चीन के बीच विवाद भी चल रहा है इसलिए इस फार्मा के सामानों पर आत्मनिर्भर बनना होगा इसके लिए सरकार को इसके लिए टैक्स में छूट देना होगा.
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इस बजट से उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को प्राइवेट अस्पताल और सरकारी अस्पताल के बीच जो खाई है उसको कम करना होगा. उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पताल के प्रति लोगों के अंदर विश्वास जगाना होगा. ताकि भविष्य का भारत स्वस्थ हो सके.
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