गुरुग्राम: नूंह हिंसा के बाद से पुलिस प्रशासन शांति व्यवस्था कायम रखने में जुटा है. लोगों से भी शांति व्यवस्था कायम रखने की अपील की जा रही है. इस बीच मुस्लिम एकता मंच की तरफ से फैसला किया गया है कि गुरुग्राम में जुम्मे की नमाज खुले में नहीं पढ़ी जाएगी. मुस्लिम एकता मंच के अध्यक्ष हाजी सज्जाद खान ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि सभी अपने घर और अपने मोहल्ले में जुम्मे की नमाज पढ़ें. खुले में नमाज पढ़ने से कोई दुर्घटना हो सकती है. इसलिए ये फैसला किया गया है.
मुस्लिम माइनॉरिटी ट्रस्ट गुरुग्राम के सदर जमीयत उलेमा मुफ्ती मोहम्मद सलीम कासमी ने कहा कि 2 दिन से शहर के हालात काफी खराब हैं. इसलिए उन्होंने 4 अगस्त को होने वाली जुम्मे की नमाज को खुले में ना पढ़ने की अपील की. उलेमा मुफ्ती ने कहा कि सभी लोग 4 अगस्त को होने वाली जुम्मे की नमाज को लॉकडाउन की तरह घर में ही शांति पूर्वक करें. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि लोग खुली जगह पर नमाज अदा करने ना जाए. चाहे उस जगह पर सरकार या फिर जिला प्रशासन की परमिशन ही क्यों ना हो.
बता दें कि नूंह हिंसा की जानकारी जैसे ही फैली तो गुरुग्राम के सोहना में भी भीड़ ने धार्मिक स्थल पर हमला कर दिया और उसे आग के हवाले कर दिया. इस दौरान एक मौलवी की मौत भी हो गई. वहीं एक युवक घायल बताया जा रहा है. सोहना में भी कार और दुकान में आग लगाने की खबर सामने आई थी. जिसके बाद से गुरुग्राम में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. नूंह से साथ सोहना और पटौदी में भी इंटरनेट सेवा बंद है.