फतेहाबाद: गांव दिवाना में शनिवार को 10 से 12 साल के तीन बच्चों की जोहड़ में डूबने से मौत हो गई. 3 बच्चों की मौत से गांव में मातम पसरा है. गांव के सरपंच प्रतिनिधि जगजीत सिंह के अनुसार गांव में नैना देवी का लंगर लगा हुआ था और तीनों बच्चे लंगर लेकर गांव में बने जोहड़ के पास से गुजर रहे थे. इस दौरान 10 साल के शंकर का पैर अचानक फिसल गया और वो जोहड़ में जा गिरा.
जैसे ही शंकर जोहड़ में डूबने लगा तो उसके दोस्त लवली और बादल उसे बचाने के लिए जोहड़ में कूद पड़े, लेकिन जोहड़ की मिट्टी चिकनी थी और तीनों जोहड़ से बाहर नहीं निकल पाए. फिसलकर तीनों बच्चे जोहड़ में डूब गए. इस दौरान बच्चों की आवाज सुनकर मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने शोर मचाया और आनन-फानन में तीनों को निकालने का प्रयास किया गया.
तीनों बच्चों को ग्रामीणों की मदद से जोहड़ से निकालकर तुरंत टोहाना के आरएमसी अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने तीनों बच्चों को मृत घोषित कर दिया. बच्चों को जोहड़ से निकालने वाले ग्रामीण सुभाष ने बताया कि जोहड़ की मिट्टी चिकनी होने के कारण बच्चे जोहड़ से निकल नहीं सके.
गांव के सरपंच प्रतिनिधि ने बताया कि तीनों बच्चों के माता-पिता खेतों में मजदूरी का काम करते हैं और तीनों ही बच्चे गांव के सरकारी स्कूल में पढ़ते थे.