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फतेहाबाद: पराली जलाने वाले किसानों ने की महापंचायत, बोले- सरकार वापस ले मुकदमे

फतेहाबाद में पराली जलाने वाले किसानों ने 22 नवंबर को महापंचायत की. इस दौरान किसानों ने कहा कि उन पर दर्ज किए गए मामलों को सरकार वापस ले, नहीं तो प्रदेश में बड़ा आंदोलन किया जाएगा.

फतेहाबाद
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Published : Nov 22, 2019, 5:34 PM IST

फतेहाबाद: जिले में पराली जलाने वाले किसानों ने शुक्रवार को एक महापंचायत का आयोजन किया. इस महापंचायत में काफी संख्या में किसान आए. महापंचायत में पराली जलाने वाले किसानों पर दर्ज किए जा रहे मामलों की निंदा की गई. किसानों ने ऐलान किया कि जब तक उन पर दर्ज मामले खारिज नहीं हो जाते, वो सड़क से लेकर कोर्ट तक सरकार के खिलाफ आंदोलन करेंगे.

27 नवंबर को किसान घेरेंगे डीसी दफ्तर
किसानों ने ऐलान किया कि 27 नवंबर को जिलेभर के किसान फतेहाबाद के डीसी दफ्तर का घेराव करेंगे. अगर फिर भी सरकार किसानों पर दर्ज मुकदमों को वापस नहीं लेती तो 28 नवंबर को पंचायत करके आगामी आंदोलन की घोषणा की जाएगी.

पराली जलाने वाले किसानों ने की महापंचायत, देखें वीडियो

ये भी पढ़ें- प्रदेश में पराली जलाने के 7 हजार मामले आए सामने, रोहतक में एक किसान की हुई गिरफ्तारी

'सरकार ने किसानों को कृषि यंत्र उपलब्ध नहीं कराए'
किसानों ने कहा कि पराली जलाने को लेकर दर्ज हुए मुकदमों मे वो कोर्ट में भी अपना पक्ष मजबूती से रखेंगे. कानूनी राय लेने के लिए किसानों के द्वारा एक कमेटी का गठन भी कर दिया गया है. किसान संघर्ष समिति के संयोजक मनदीप सिंह ने कहा कि सरकार के द्वारा किसानों को पराली निपटान के लिए कृषि यंत्र उपलब्ध नहीं करवाए जा रहे हैं.

'मजबूरी में पराली जलाते हैं किसान'
मनदीप सिंह ने कहा कि किसानों को मजबूरी में पराली जलानी पड़ रही है. उन्होंने कहा कि किसान पिछले 3 साल से सरकार से मांग कर रहे हैं कि पराली निपटान का प्रबंध किया जाए, लेकिन सरकार इस मामले में फेल साबित हुई है.

फतेहाबाद: जिले में पराली जलाने वाले किसानों ने शुक्रवार को एक महापंचायत का आयोजन किया. इस महापंचायत में काफी संख्या में किसान आए. महापंचायत में पराली जलाने वाले किसानों पर दर्ज किए जा रहे मामलों की निंदा की गई. किसानों ने ऐलान किया कि जब तक उन पर दर्ज मामले खारिज नहीं हो जाते, वो सड़क से लेकर कोर्ट तक सरकार के खिलाफ आंदोलन करेंगे.

27 नवंबर को किसान घेरेंगे डीसी दफ्तर
किसानों ने ऐलान किया कि 27 नवंबर को जिलेभर के किसान फतेहाबाद के डीसी दफ्तर का घेराव करेंगे. अगर फिर भी सरकार किसानों पर दर्ज मुकदमों को वापस नहीं लेती तो 28 नवंबर को पंचायत करके आगामी आंदोलन की घोषणा की जाएगी.

पराली जलाने वाले किसानों ने की महापंचायत, देखें वीडियो

ये भी पढ़ें- प्रदेश में पराली जलाने के 7 हजार मामले आए सामने, रोहतक में एक किसान की हुई गिरफ्तारी

'सरकार ने किसानों को कृषि यंत्र उपलब्ध नहीं कराए'
किसानों ने कहा कि पराली जलाने को लेकर दर्ज हुए मुकदमों मे वो कोर्ट में भी अपना पक्ष मजबूती से रखेंगे. कानूनी राय लेने के लिए किसानों के द्वारा एक कमेटी का गठन भी कर दिया गया है. किसान संघर्ष समिति के संयोजक मनदीप सिंह ने कहा कि सरकार के द्वारा किसानों को पराली निपटान के लिए कृषि यंत्र उपलब्ध नहीं करवाए जा रहे हैं.

'मजबूरी में पराली जलाते हैं किसान'
मनदीप सिंह ने कहा कि किसानों को मजबूरी में पराली जलानी पड़ रही है. उन्होंने कहा कि किसान पिछले 3 साल से सरकार से मांग कर रहे हैं कि पराली निपटान का प्रबंध किया जाए, लेकिन सरकार इस मामले में फेल साबित हुई है.

Intro:फतेहाबाद में पराली जलाने वाले किसानों ने की महापंचायत, कहा किसानों पर दर्ज किए मामले नहीं लिए गए वापिस तो होगा आंदोलन, 27 नवंबर को जिले भर के किसान करेंगे डीसी दफ्तर का घेराव, किसानों का कहना सड़क से लेकर कोर्ट तक लड़ा जाएगा आंदोलन, कोर्ट में भी किसान मजबूती से रखेंगे अपना पक्ष, सरकार ने नहीं दिए पराली निपटान के लिए कृषि यंत्र तो क्या करें किसान, मुख्यमंत्री के नाम प्रशासन को सौंपा ज्ञापन।Body:फतेहाबाद में आज पराली जलाने वाले किसानों के द्वारा एक महापंचायत का आयोजन किया गया। विश्व में काफी संख्या में किसान एकत्र हुए। इस महापंचायत में पराली जलाने वाले किसानों पर दर्ज किए जा रहे मामलों की निंदा की गई। किसानों ने ऐलान किया कि जब तक उन पर दर्ज मामले खारिज नहीं हो जाते, वह सड़क से लेकर कोर्ट तक सरकार के खिलाफ आंदोलन करेंगे। किसानों के द्वारा ऐलान किया गया कि 27 नवंबर को जिलेभर के किसान फतेहाबाद के डीसी दफ्तर का घेराव करेंगे। अगर फिर भी सरकार दर्ज केसो को वापस नहीं लेती, तो 28 नवंबर को पंचायत करके आगामी आंदोलन की घोषणा की जाएगी। किसानों ने कहा कि पराली जलाने को लेकर दर्ज हुए केसो मे वह कोर्ट मे भी अपना पक्ष मजबूती से रखेंगे। कानूनी राय लेने के लिए किसानों के द्वारा एक कमेटी का गठन भी कर दिया गया है। किसान संघर्ष समिति के संयोजक मनदीप सिंह ने कहा कि सरकार के द्वारा किसानों को प्रणाली निपटान के लिए कृषि यंत्र उपलब्ध नहीं करवाए जा रहे। किसानों को मजबूरी में पराली जलाने पड़ रही है। किसान पिछले 3 साल से सरकार से मांग कर रहे हैं कि पराली निपटान का प्रबंध किया जाए, लेकिन सरकार इस मामले में फेल साबित हुई है।
बाईट - मनदीप सिंह, संयोजक, किसान संघर्ष समिति, फतेहाबाद।Conclusion:
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