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EVM स्ट्रॉन्ग रूम में क्या कर रहा था ट्रक ? जानिये पूरी खबर

भोडिया खेड़ा महिला कॉलेज में बने EVM स्ट्रॉन्ग रूम कैंपस में एक संदिग्ध ट्रक घुस आया. जिस पर कई संदूक लदे थे. ट्रक की जांच किए बगैर अधिकारियों ने उसे लौटा दिया. जिसके बाद कांग्रेस अब बीजेपी पर गड़बड़ी करने की कोशिश के आरोप लगा रही है.

EVM के स्ट्रांग रूम में घुसा संदिग्ध ट्रक
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Published : May 14, 2019, 9:25 PM IST

फतेहाबाद: भोडिया खेड़ा महिला कॉलेज में बने EVM स्ट्रॉन्ग रूम कैंपस में उस वक्त हंगामा मच गया जब एक संदिग्ध ट्रक सभी सुरक्षा घेरों को तोड़ते हुए स्ट्रॉन्ग रूम कैंपस में आ गया. ट्रक के अंदर काफी सारे संदूक थे. कांग्रेस का आरोप है कि ट्रक में रखे संदूक EVM हैं जिन्हें बीजेपी की ओर से EVM की अदला-बदली के लिए लाया गया था. कांग्रेस नेताओं का ये भी आरोप है कि ट्रक हड़बड़ी में कैंपस में घुस था. यही वजह है कि ट्रक कैंपस में खड़ी एक कार से भी जा टकराया.

EVM के स्ट्रॉन्ग रूम में घुसा संदिग्ध ट्रक

अशोक तंवर खुद पहुंचे स्ट्रॉन्ग रूम कैंपस
संदिग्ध ट्रक के पीछे कांग्रेस के कार्यकर्ता पहले से ही लगे थे और जैसे ही ये संदिग्ध ट्रक भोडिया खेड़ा कॉलेज पहुंचा तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सुरक्षा में तैनात अधिकारियों से इसके बारे में जानकारी लेने की कोशिश की. गड़बड़ी की आशंका के चलते कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर तुरंत मौके पर पहुंचे.

बिना जांच के वापस भेजा गया ट्रक
अशोक तंवर के मौके पर पहुंचने के बाद फतेहाबाद के डीसी धीरेंद्र खड़गता, एसपी विजय प्रताप सिंह, डीएसपी सुभाष चंद्र सहित चुनाव आयोग के कई अधिकारी भी मौके पर पहुंचे. चेक करने पर पता चला कि ट्रक ड्राइवर के पास किसी तरह की कोई परमिशन नहीं थी. जिसके बाद प्रशासन ने ट्रक को वहां से बिना जांच किए वापस भेज दिया. फिलहाल कांग्रेस ने मामले की जांच की मांग की है.

फतेहाबाद: भोडिया खेड़ा महिला कॉलेज में बने EVM स्ट्रॉन्ग रूम कैंपस में उस वक्त हंगामा मच गया जब एक संदिग्ध ट्रक सभी सुरक्षा घेरों को तोड़ते हुए स्ट्रॉन्ग रूम कैंपस में आ गया. ट्रक के अंदर काफी सारे संदूक थे. कांग्रेस का आरोप है कि ट्रक में रखे संदूक EVM हैं जिन्हें बीजेपी की ओर से EVM की अदला-बदली के लिए लाया गया था. कांग्रेस नेताओं का ये भी आरोप है कि ट्रक हड़बड़ी में कैंपस में घुस था. यही वजह है कि ट्रक कैंपस में खड़ी एक कार से भी जा टकराया.

EVM के स्ट्रॉन्ग रूम में घुसा संदिग्ध ट्रक

अशोक तंवर खुद पहुंचे स्ट्रॉन्ग रूम कैंपस
संदिग्ध ट्रक के पीछे कांग्रेस के कार्यकर्ता पहले से ही लगे थे और जैसे ही ये संदिग्ध ट्रक भोडिया खेड़ा कॉलेज पहुंचा तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सुरक्षा में तैनात अधिकारियों से इसके बारे में जानकारी लेने की कोशिश की. गड़बड़ी की आशंका के चलते कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर तुरंत मौके पर पहुंचे.

बिना जांच के वापस भेजा गया ट्रक
अशोक तंवर के मौके पर पहुंचने के बाद फतेहाबाद के डीसी धीरेंद्र खड़गता, एसपी विजय प्रताप सिंह, डीएसपी सुभाष चंद्र सहित चुनाव आयोग के कई अधिकारी भी मौके पर पहुंचे. चेक करने पर पता चला कि ट्रक ड्राइवर के पास किसी तरह की कोई परमिशन नहीं थी. जिसके बाद प्रशासन ने ट्रक को वहां से बिना जांच किए वापस भेज दिया. फिलहाल कांग्रेस ने मामले की जांच की मांग की है.

Intro:
चुनाव हैं तो क्या चुनाव आयोग से कह दें कि हाईकोर्ट बंद करवाने के जारी कर दो आदेश: हाईकोर्ट
-फैंसी नंबर कौडिय़ों के भाव जारी करने वाले अधिकारी पर कानूनी कार्रवाई न करने पर हाईकोर्ट की फटकार
-कोर्ट ने कहा अगली सुनवाई तक कार्रवाई कर रिपोर्ट नहीं दी तो चीफ सेक्रेटरी को कर लेंगे तलबBody:
पंजाब में फैंसी वीआईअपी नंबरों को मिली भगत कर औने-पौने दामों में बेचने के मामले में दोषी पर कार्रवाई न करने पर पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार को जमकर फटकार लगाई। सरकार ने कार्रवाई के लिए समय मांगा और कहा 23 मई के बाद की तारीख दो क्योंकि चुनाव है। इसपर चीफ जस्टिस भड़क गए और कहा कि अधिकारी काम करना नहीं चाहते और चुनाव को बहाना बना लेते हैं। यदि ऐसा ही करना है तो हम चुनाव आयोग को कह देते हैं कि अदालतें भी बंद करवा दे। हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार को आखिरी मौका देते हुए कार्रवाई कर रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिए हैं।
गुरसाहिब सिंह ने एडवोकेट बलदेव कपूर के माध्यम से याचिका दाखिल करते हुए हाईकोर्ट को बताया था कि ट्रांसपोर्ट विभाग कौडिय़ों के भाव वीआईपी फैंसी नंबर अलॉट कर रहा है। याचिका में इस पूरे मामले की जांच की अपील करते हुए फिरोजपुर के डीटीओ कार्यालय में हो रही धांधली का हवाला दिया था। हाईकोर्ट को बताया गया कि फैंसी नंबर उनकी तय फीस से भी कम दाम में में जारी किए जा रहे हैं। हाईकोर्ट के नोटिस के जवाब में ट्रांसपोर्ट कमिश्नर ने हलफनामा दायर कर डीटीओ द्वारा चरणदीप सिंह को फैंसी नंबर कम कीमत में अलॉट करने की बात कही थी। जबकि चरणदीप सिंह और कोई नहीं बल्कि खुद डीटीओ था और उसने खुद के नाम पर यह नंबर अलॉट किया था। इसकेबाद हाईकोर्ट ने इसपर जांच के आदेश दिए थे। हाईकोर्ट को बताया गया है कि हाईकोर्ट के आदेशों पर एडिशनल स्टेट ट्रांसपोर्ट कमिश्नर की अध्यक्षता में गठित कमेटी इस मामले की जांच कर रही है। जब कोर्ट में रिपोर्ट सौंपी गई तो उसमें केवल विभागीय कार्रवाई का जिक्र था। इसपर हाईकोर्ट ने पूछा कि क्रिमिनल एक्शन क्या लिया गया है। हाईकोर्ट को बताया गया कि क्रिमिनल एक्शन के लिए एजी ऑफिस से राय मांगी गई है। हाईकोर्ट ने इसपर कहा कि क्या पंजाब में कोई भी क्रिमिनल केस दाखिल करने के लिए एजी ऑफिस से मंजूरी मांगी जाती है। यदि ऐसा है तो हम आदेश जारी कर दें कि अब से जो भी क्रिमिनल केस दर्ज होगा उससे पहले एजी ऑफिस से मंजूरी जरूरी होगी।


Conclusion:
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