फतेहाबाद: जिला समाज कल्याण विभाग की ओर से बुढ़ापा पेंशन बनाने में फर्जीवाड़ा होने का मामला सामने आया है. विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों ने 60 से कम उम्र वालों की बुढ़ापा पेंशन बना डाली है, जबकि इन लोगों को मेडिकल बोर्ड ने अपनी रिपोर्ट में अयोग्य घोषित किया था.
डीसी ने दिए जांच के आदेश
जिन अयोग्य लोगों की बुढ़ापा पेंशन बनाई गई, उनकी सूची भी विभाग की वेबसाइट पर अपलोड की जा चुकी है. इस मामले के सामने आने के बाद फतेहाबाद के डीसी धीरेंद्र खड़गटा ने जांच के आदेश दिए हैं.
फतेहाबाद के डीसी धीरेंद्र खड़गटा ने बताया कि उनके संज्ञान में ये मामला आया है. जिसको लेकर उनके द्वारा जांच कमेटी बनाई गई है. उन्होंने बताया कि जांच रिपोर्ट आते ही दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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'जिन्हें किया था अयोग्य घोषित, उनकी भी बनी पेंशन'
फतेहाबाद के डिप्टी सीएमओ गिरीश चौधरी ने बताया कि उनके और डॉ. महावीर के द्वारा एक कैंप पटवार भवन में लगाया गया था. जिसमें बुढ़ापा पेंशन को लेकर लोगों की आयु जांच की गई थी. उन्होंने बताया कि उनके सामने भी मामला आया है. जिन लोगों को उन्होंने अयोग्य घोषित किया था, उनकी पेंशन समाज कल्याण विभाग ने बना दी है.
जांच के बाद होगा सब कुछ सामने
गौरतलब है कि बुढ़ापा पेंशन बनवाने के लिए पहले जिन लोगों के पास अपनी उम्र 60 साल से अधिक होने के प्रमाण पत्र नहीं होते हैं. उनकी उम्र मेडिकल बोर्ड द्वारा जांच कर तय की जाती है. स्वास्थ्य विभाग ने 143 लोगों को बुढ़ापा पेंशन के लिए अयोग्य करार दिया था. जिनमें से 13 लोगों की पेंशन बना दी गई. ये मात्र एक लिस्ट है, अगर बाकि लिस्ट की भी जांच की जाए तो ओर बड़ी धांधली सामने आ सकती है.