फतेहाबाद: हिसार नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की हिरासत में फतेहाबाद के नाढ़ोड़ी गांव के हरपाल की मौत हो गई थी. हिसार पुलिस ने इस मामले में 7 पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया है. हिसार नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के इंस्पेक्टर पवन कुमार, नवीन कुमार, जसबीर, प्रमोद, राजबीर, राजेश और हेमराज के खिलाफ हरपाल की पत्नी सुमन की शिकायत पर हत्या का केस दर्ज हुआ है.
आरोपियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर मृतक हरपाल के परिजन फतेहाबाद लघु सचिवालय के बाहर धरना दे रहे थे. मंगलवार को हिसार नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की टीम पर मामला दर्ज होने के बाद और फतेहाबाद के विधायक दुडा राम के आश्वासन के बाद परिजनों ने धरना स्थगित कर दिया. परिजनों ने फिर से पुलिस-प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर आरोपी पुलिसकर्मियों की जल्द गिरफ्तारी नहीं होगी, तो दोबारा से धरना शुरू कर देंगे.
हरपाल की मौत मामले में परिजनों ने पुलिस कर्मचारियों पर जो आरोप लगाए थे. उसके आधार पर आरोपी पुलिसकर्मियों पर मामला दर्ज हो गया है. जो भी दोषी होगा. उसपर सख्त से सख्त कार्रवाई होगी. मैंने ये मामला मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सामने रखा था. जिसके बाद सीएम ने आरोपियों पर मामला दर्ज करने के आदेश दिए थे. फिलहाल धरने को खत्म करवा दिया गया है.- दुड़ा राम, बीजेपी विधायक
गौरतलब है कि हिसार नारकोटिक्स ब्यूरो ने हरपाल को 1 जुलाई को 5 किलो 800 ग्राम अफीम के साथ पकड़ा था. परिजनों का आरोप है कि हरपाल को हिसार नारकोटिक्स ब्यूरो के पुलिस कर्मचारियों ने थर्ड डिग्री टॉर्चर दिया. जिसकी वजह से हरपाल की हालत बिगड़ गई. इसके बाद हरपाल को अस्पताल में भर्ती करवाया गया. हरपाल का कई दिनों तक हिसार के निजी अस्पताल में इलाज चला. उसके बाद उन्हें पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया गया. जहां हरपाल की मौत हो गई.
हरपाल के परिजन बीते 3 दिन से फतेहाबाद लघु सचिवालय के बाहर आरोपी पुलिस कर्मचारियों पर FIR और गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरना दे रहे थे. मंगलवार को जब आरोपी पुलिस कर्मचारियों पर हत्या का मामला दर्ज हुआ. तब जाकर विधायक के कहने पर परिजनों ने धरना स्थगित किया. इस धरने को बिश्नोई समाज के लोगों ने भी समर्थन दिया था.