फतेहाबाद: सरसों की खरीद न होने से गुस्साए किसानों ने फतेहाबाद की भट्टू अनाज मंडी के गेट पर ताला जड़ दिया. सरकार के खिलाफ खूब नारेबाजी की. किसानों ने कहा कि मौसम की मार से पहले ही सभी किसान परेशान है. तो अब इस परेशानी में सरकार भी हमारी नहीं सुन रही है. उन्होंने कहा कि सरकार ने सरसों की खरीद बंद कर दी है. मंडी में किसान सरसों लेकर पहुंच रहा है और वहां सभी किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
वहीं, किसानों का समर्थन करने फतेहाबाद के पूर्व विधायक और कांग्रेसी नेता प्रहलाद सिंह गिल्लाखेड़ा भी पहुंचे. इस दौरान उन्होंने भी किसानों के इस धरने में हिस्सा लिया. दरअसल, सरसों की खरीद बंद कर देने से परेशान किसानों ने सोमवार दोपहर फतेहाबाद के भट्टू में अनाज मंडी के सभी गेटों पर ताला जड़ दिया और धरना देकर बैठ गए. किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और हंगामा किया.
सूचना पाकर पूर्व विधायक एवं कांग्रेस नेता प्रहलाद सिंह गिल्लाखेड़ा भी पहुंच गए और किसानों के समर्थन में धरने पर बैठ गए. किसानों ने कहा कि एक-एक दाना खरीदने की बात कहने वाली सरकार के फैसले के कारण उन्हें दोहरी मार झेलनी पड़ रही है. सरसों बिक नहीं रही, मौसम खराब है और कई किसान किराये की ट्रालियां लेकर मंडी में दो-दो दिन से बैठे हैं. किसान कहां जाएं. धरने की सूचना पाकर नायब तहसीलदार बलराम जाखड़ मौके पर पहुंचे और समझाने का प्रयास किया. लेकिन किसान नहीं माने.
किसानों ने कहा कि सरसों बहुत जल्दी नमी पकड़ता है और 8 प्रतिशत से ज्यादा नमी की सरसों खरीद नहीं होती. अगर बारिश आई तो उनकी फसलें खराब हो जाएंगी. सरकार ने एकाएक खरीद बंद कर दी, लेकिन जो किसान मंडी में फसल लेकर आए हैं. उनसे खरीद की जानी चाहिए. कई किसानों को टोकन जारी कर दिए गए और वे दो-दो दिन से ढेरी लेकर बैठे हैं. बावजूद खरीद नहीं हो रही.
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पूर्व विधायक प्रहलाद सिंह ने कहा कि सरसों की खरीद हैफेड कर रहा था. किसान अपनी फसलें लेकर मंडी पहुंच गए और एकदम से खरीद बंद कर दी गई. लेकिन जो फसलें मंडी में आ चुकी है. उसे सरकार व प्रशासन खरीदे और आगे के लिए तय समय दे दे. ताकि किसान तभी अपनी फसलें लेकर मंडी आए. उन्होंने कहा कि अब तक किसान गेहूं में बिजी थे और सरसों नहीं ला पाए. अब गेहूं के बाद सरसों लाने लगे तो खरीद बंद कर दी गई. यह किसान के साथ धक्का शाही है.