फतेहाबाद: कोराना देश विदेश में चर्चा और बचाव का विषय बना हुआ है. ऐसे में सरकार के द्वारा सख्त आदेश भी जारी किए गए हैं. अब धरातल पर इन्हें कैसे लागू किया जा रहा है उसके तरीकों को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं. ऐसे ही कुछ सवाल टोहाना के बार एशोसिएन के प्रधान रजनीश जैन ने उठाए हैं.
उन्होंने बताया कि बार एसोसिएशन में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जागरुकता डेस्क लगाया गया, लेकिन डेस्क पर कोई भी बचाव सामग्री उपलब्ध नहीं है. जिसको लेकर जब उन्होंने सीनियर मेडिकल ऑफिसर डॉ. हरविन्द्र सागु से बात की तो उन्हें जवाब मिला कि उनका काम केवल प्रचार करना है और उनके पास इसे रोकने के लिए कोई सामग्री नहीं है.
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इसके साथ ही सचिवालय के बाथरूम में पानी की उचित व्यवस्था न होने के सवाल पर उनहोंने कहा कि इस मामले मे उनके साथ भेदभाव बरता जाता है, जोकि कोई नई बात नहीं है. ऐसा प्रशासन करता है जबकि वो कई बार इस बारे में सवाल उठा चुके हैं.
जब देश में कोरोना का तीसरा चरण घोषित कर दिया गया है, ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के पास सिवाय प्रचार के अलावा रोकथाम की सामग्री ना होना बडा सवाल खडा करता है. देखने वाली बात ये भी है कि लघुसचिवालय के दरवाजों के बाहर निर्देशानुसार वॉश बेसिन हाथ धोने के लिए तो लगा दिए गए हैं, लेकिन उनमें पानी की व्यवस्था नहीं है. आखिर ऐसे कैसे कोरोना से निपटा जाएगा.