रोहतक: पुलिस की सख्ती के बाद भी देश में साइबर क्राइम थमने का नाम नहीं ले रहा है. हर रोज साइबर क्राइम के नये मामले निकाल कर सामने आ रहे हैं. ऐसे मामलों में रोजाना लाखों रुपए की चपत लग रही है. रोहतक की साइबर थाना पुलिस ने ऐसे ही एक मामले में कार्रवाई की है. मामले में रैकेट चलाने वाले कॉल सेंटर के संचालक सहित 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनकी गिरफ्तारी देश के अलग-अलग राज्यों से की गई है. उनके पास से पांच लैपटॉप, 25 मोबाइल, 80 से ज्यादा से वाई-फाई राउटर, डोंगल, वोटर आईडी, पैन कार्ड सहित कई दस्तावेजों को भी जब्त किया गया है.
क्रेडिट कार्ड के नाम पर 2 लाख की ठगीः रोहतक में साइबर ठगों ने क्रेडिट कार्ड के नाम पर लगभग 2 लाख रुपए की ठगी कर ली. इसके बाद पीड़ित ने रोहतक की साइबर थाना पुलिस में इसकी शिकायत की. शिकायत के आधार पर पुलिस ने जांच की तो पता चला कि इसमें पूरा रैकेट शामिल है. साइबर ठगों ने फर्जीवाड़ा के लिए पूरा कॉल सेंटर बनाकर रखा था. रैकेट में सिम बेचने वाले से लेकर कई लोग शामिल थे.
एपीके फाइल भेज मोबाइल करते हैं हैकः मामले में प्रेस वार्ता करते हुए रोहतक पुलिस के एएसपी वाई वी आर शशि शेखर ने बताया कि इस रैकेट में दिल्ली, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के लोग जुड़े हुए हैं. रैकेट में शामिल लोग कॉल सेंटर के माध्यम से लोगों को क्रेडिट कार्ड खरीदने के लिए फोन करते हैं. फोन के दौरान जो उनके झांसे में आ जाते हैं, उसके मोबाइल पर एपीके फाइल भेज कर ऐप डाउनलोड कर देते हैं. इसके बाद जिस मोबाइल में ऐप डाउनलोड होता है, उसका पूरा कंट्रोल साइबर ठगों के पास चला जाता है. गिरफ्तार ठगों पर कई दर्जन मामले दर्ज हैं.
ऑनलाइन सामान सस्ते दाम पर बेचते थे ठगः एएसपी वाई वी आर शशि शेखर ने बताया कि ऐप डाउनलोड के बाद मोबाइल हैक हो जाता है. मोबाइल के माध्यम से ऑनलाइन महंगे सामान की खरीद करते हैं. जब वह सामान इनके पास पहुंच जाता है, उसे सस्ते दाम पर बेचकर कैश कर लेते हैं. इसमें खाते में लेन नहीं होता था. रोहतक में दर्ज मामले की जांच करने के दौरान इन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. फिलहाल गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है. अगर और भी लोग इस रैकेट में शामिल मिलते हैं तो उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा.
लालच में ऐप नहीं करें डाउनलोडः एएसपी ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि साइबर ठगी से बचने के लिए सतर्क रहने की जरूरत है. अगर कोई आपको फोन कर लालच देने या कोई ऐप मोबाइल में डाउनलोड करने की बात करता है तो भूलकर भी ऐसा न करें. अगर गलती कर चुके हैं तो इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दें, ताकि ठगी से बचा जा सके और ठगी करने वालों पर कार्रवाई की जा सके.