फतेहाबाद: चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawat) बेहद मिलनसार व्यक्ति थे. वे अपने से छोटे कर्मचारियों को भी पूरा मान सम्मान देते थे. वह इतने बड़े पद पर पहुंचने के बाद भी जमीन से जुड़े हुए इंसान रहे. यह कहना है फतेहाबाद के नन्हेड़ी गांव के रहने वाले रिटायर्ड नायक सुशील कुमार (Retired Nayak Sushil Kumar) का जो कि दो सालों तक जनरल बिपिन रावत के बॉडीगार्ड रह चुके हैं. बुधवार की शाम उनके निधन की खबर ने सुशील कुमार को भीतर तक हिला दिया. उनकी आंखें भर आईं.
तमिलनाडु में हुए हेलीकॉप्टर हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. हादसे में देश ने सीडीएस बिपिन रावत समेत 12 अन्य लोगों के रूप में बहुत कुछ खो दिया है. इस हादसे के खबर से देशभर में जहां शोक की लहर दौड़ गई. वहीं फतेहाबाद जिले में एक ऐसा जाबांज सैनिक सुशील कुमार भी गमजदा हो गया, जो काफी लंबे समय तक जनरल बिपिन रावत का साया बनकर रहा.
बिपिन रावत के बॉडीगार्ड रहे सुशील कुमार सेना (Bipin Rawat former body gaurd sushil kumar) में नायक के पद से रिटायर हो चुके हैं. उन्होंने बताया कि ''मैने साल 2007 से 2009 तक कश्मीर के बारामूला जिले के सोपोर क्षेत्र में तत्कालीन ब्रिगेडियर बिपिन रावत के बॉडीगार्ड के रूप में सेवाएं दी थी. उन दिनो बिपिन रावत सेक्टर पांच के कमांडर होते थे. मैं जम्मू कश्मीर के सोपोर इलाके में उनकी सुरक्षा में तैनात था. उस दौरान मैं सिपाही के रूप में कार्यरत था.''
उन्होंने बताया कि जैसे ही दोपहर के समय बिपिन रावत के हेलीकॉप्टर हादसे की उन्हें सूचना मिली तो पूरा परिवार बेचैन हो गया. इसके बाद पूरा परिवार बिपिन रावत की सलामती की दुआ करने लगा और शाम को जब सेना द्वारा उनके निधन की पुष्टि की तो हमें गहरा आघात लगा.
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सुशील ने बताया कि देश ने न केवल बेहद अच्छे सुलझे हुए और जाबांज अफसर को खोया है, बल्कि एक महान शख्सियत को भी खो दिया है. हर धर्म की आस्था को वे सम्मान देते थे. सेना के मनोबल को हर समय ऊपर उठाने के लिए प्रयासरत रहे. उनका काम, व्यवहार हमेशा उच्च कोटि का रहा है.
बिपिन रावत के साथ बिताए समय को याद करते हुए उन्होंने कहा कि यह दुखद खबर सुनकर उनके पांव के नीचे से जमीन खिसक गई है.वे हमेशा जूनियर सैनिकों को सम्मान देते थे. एक बार वे उन्हें वैष्णो देवी यात्रा पर ले गए, जो उनके लिए हमेशा यादगार पल रहे. इस दौरान मिलने वाले बच्चों को वे टॉफियां बांटते रहते थे. जब वे और ऊंचे पद पर गए तब उनसे संपर्क खत्म हो गया, लेकिन वे हमेशा उनके दिल में बसते थे और बसते रहेेंगे.
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