फरीदाबाद: हरियाणा में 25 मार्च से लॉकडाउन घोषित कर दिया गया था. इस दौरान सिर्फ जरूरी सेवाओं के लिए ही घरों से बाहर निकलने की छूट मिली है. वहीं सरकार ने सप्लाई चेन को नहीं टूटने के लिए जरूरी सामान ढोने वाले वाहनों के लिए मूवमेंट पास बनाने की घोषणा की. सरकारी वेबसाइट पर मूवमेंट पास के लिए आवेदनकर्ताओं की संख्या दो लाख से भी ज्यादा हो गई है. प्रति दिन 1500 से 2000 लोग मूवमेंट पास के लिए आवेदन कर रहे हैं.
जांच के बाद ही दिया जा रहा मूवमेंट पास
सरकारी पोर्टल haryana.gov.in पर मूवमेंट पास बनाने के लिए आवेदन किया जा रहा है. इन आवेदनों की जांच करने के बाद ही प्रशासन मूवमेंट पास दे रही है. गौरतलब है कि इस जांच में अधिकतर आवेदन सही नहीं पाए जा रहे हैं. जिसको प्रशासन कैंसिल कर दे रही है. आंकड़ों के मुताबिक अबतक सिर्फ 5600 लोगों को ही मूवमेंट पास मिल पाया है. प्रशासन ने मूवमेंट पास को लेकर साफ कह रखा है कि बिना किसी उचित कारण के आवेदनकर्ताओं को मूवमेंट पास नहीं दिया जा सकता है.
उचित कारण बताने वालों को मूवमेंट पास
मूवमेंट पास सिर्फ उन्हीं लोगों को मिल रही है. जिन्हें मेडिकल इमरजेंसी है या किसी के यहां मौत हो गई है. इसके लिए सरकार ने सरल haryana.gov.in पोर्टल लांच किया है. इस पोर्टल पर मूवमेंट पास के लिए आवेदन करना होगा. इस पोर्टल में सरकारी कर्मचारी, पब्लिक और जरूरी सेवाओं के लिए विकल्प दिए गए हैं. अन्य जानकारी और कागजात भी उपलब्ध कराने के बाद पास जारी किए जाते हैं.
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार शुरू में मूवमेंट पास मांगने वाले आवेदनकर्ताओं की संख्या बहुत अधिक थी. वहीं पिछले 1 सप्ताह में रोज औसतन करीब 1500 से 2000 लोग पास के लिए आवेदन कर रहे हैं. जिन लोगों के आवेदन उचित पाए जाते हैं. उन्हें पास जारी किए जाते हैं. जिन्होंने पास मांगने के लिए कोई उचित आधार या कागज अपलोड नहीं किया है. उनके आवेदन कैंसिल किए जा रहे हैं.
आवेदन करने वाले लोगों में करीब 60 फीसदी लोगों के बच्चे किसी ना किसी शहर में फंसे हैं. उन्हें घर लाने के लिए मूवमेंट पास मांग रहे हैं, लेकिन आवेदन में मेडिकल इमरजेंसी बता रहे हैं. पोर्टल पर जब मेडिकल एमरजेंसी से संबंधित कोई कागज अपलोड नहीं कर पा रहे. तो उनके आवेदनों को रद्द कर दिया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक करीब 30 से 35% आवेदन रद्द किए जा रहे हैं.
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