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पड़ताल: लॉकडाउन के दौरान हरियाणा के छात्रों को कितनी रास आ रही है ऑनलाइन पढ़ाई?

ईटीवी भारत हरियाणा की टीम ने ये इस पड़ताल में ये जानने की कोशिश की कि ऑनलाइन पढ़ाई छात्रों को कितनी पसंद आ रही है. क्या ऐसे बच्चों को उनसे सवालों का हल मिल पा रहा है. वहीं छात्रों के अभिभावकों का क्या कहना है, विस्तार से पढें-

report on online education provided by haryana government during lockdown
लॉकडाउन के दौरान हरियाणा के छात्रों को कितनी रास आ रही है ऑनलाइन पढ़ाई?
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Published : Apr 10, 2020, 8:17 PM IST

फरीदाबाद: कोरोना संक्रमण के चलते पूरे देश में लॉकडाउन जारी है. सभी ऑफिस, फैक्टरी, ऐकेड़मी, सर्विस सेक्टर्स बंद है. महामारी की वजह से मजबूरी में शिक्षण संस्थानों को भी बंद करना पड़ा है. ऐसे में बच्चों को अपनी पढ़ाई का भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है, लेकिन हरियाणा सरकार ने बच्चों को घर बैठे ऑनलाइन पढ़ाई करने का मौका दिया है. ईटीवी भारत हरियाणा की टीम ने ये पड़ताल की कि बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई कैसे कर रहे हैं, क्या इन्हें ये पढ़ाई रास आ रही है.

पढ़ाई पर ब्रेक लगने से बड़ा नुकसान हुआ: छात्रा

फरीदाबाद की रहने वाली नंदनी दसवीं की परीक्षा देने के बाद रिजल्ट आने का इंतजार रही हैं. नंदनी को पढ़ाई करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वो ने केंद्रीय विद्यालय शिक्षा बोर्ड से पढ़ाई कर रही हैं. नंदिनी ने बताया कि लॉकडाउन के चलते उनका रिजल्ट आने में देरी हो रही है. जिस वजह से उनकी आगे की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. उन्होंने कहा कि अगर सामान्य दिन होते तो इस समय वह अपनी आगे की परीक्षाओं की ट्यूशन ले रही होतीं.

नंदिनी ने बताया कि उसके कुछ ऑप्टिकल पेपर अभी बचे हुए हैं. जो लॉक डाउन के बाद होंगे, लेकिन लॉक डाउन के बाद पेपर देने में समस्या आएगी, क्योंकि पढ़ाई के बीच ब्रेक लग चुका है. इस ब्रेक के लगने से विद्यार्थी का मन पढ़ाई में नहीं लग रहा है. उन्होंने कहा कि अगर एक साथ सभी पेपर होते तो ज्यादा अच्छा रिजल्ट आने की संभावना होती है. लॉक डाउन के चलते जिस तरह से कुछ पेपर रह गए हैं. वो निश्चित तौर पर ही रिजल्ट को प्रभावित करेंगे.

लॉकडाउन के दौरान हरियाणा के छात्रों को कितनी रास आ रही है ऑनलाइन पढ़ाई? रिपोर्ट देखें

ऑनलाइन पढ़ाई नहीं है उतनी कारगर: छात्र

ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे आठवीं कक्षा के छात्र ओजस्वी ने बताया कि वो घर पर बैठकर पढ़ाई तो कर रहे हैं, लेकिन ऑनलाइन पढ़ाई इतनी कारगर साबित नहीं हो रही जितनी कि स्कूल में क्लास के अंदर जाकर होती है. उन्होंने कहा कि वह ऑनलाइन टास्ट लेते हैं और काम खत्म करने के बाद ऑनलाइन ही काम चेक कराते हैं. ओजस्वी का कहना है कि ऑनलाइन सिर्फ एक मजबूरी है क्योंकि लॉक डाउन के चलते स्कूल बंद हैं.

ऑनलाइन पढ़ाई से छात्रों और टीचरों के बीच की दूरी कवर नहीं हो पाती. लॉक डाउन होने के कारण उनकी पढ़ाई पूरी तरह से प्रभावित हो गई है. वहीं आठवीं कक्षा तक के बच्चों को प्रमोट करने पर इन छात्रों का कहना है कि मुश्किल के इस दौर में सरकार ने सही फैसला लिया है, लेकिन इसमें उन बच्चों की मेहनत दिखाई नहीं देगी जिन्होंने पढ़ाई में अपने दिन-रात लगाए हैं.

टेक्नो फ्रेंडली छात्रों को आ रहा है मजा

वहीं भिवानी के रहने वाल रोहति को ऑनलाइन तरीके से पढ़ने में बच्चों को भी काफी इंटर्स्ट रहा है. रोहति का कहना है कि ऐसे ऑनलाइन तरीके से उनकी पढ़ाई भी जारी है और वो कोरोना से भी बच सकते हैं. हरियाणा सरकार के आदेश के बाद प्रदेश में सभी स्कूलों के टीचर्स ने बच्चों को ऑनलाइन क्लास देनी शुरू कर दी है. इसके अलावा ई-लर्निंग में मदद करने के लिए सरकार की ओर से वेबसाइट www.haryanaedusat.com बनाई गई है. जहां से बच्चे जरूरी नोट्स की मदद से पढ़ाई जारी रख सकते हैं.

अभिभावक हैं बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित

अभिभावक इस स्थिति को समझ रहे हैं. इस संकट के समय में सरकार के फैसले को सही ठहरा रहे हैं, लेकिन अपने बच्चे की पढ़ाई को लेकर चिंतित हैं. एक अभिभावक हरेंद्र ने कहा लॉक डाउन के कारण बच्चे अपनी आगामी पढ़ाई की तैयारी करने में असमर्थ हैं. जो थोड़ी बहुत पढ़ाई हो रही है वो ऑनलाइन माध्यमों से ही की जा रही है. ऐसे में बच्चों के भविष्य के लिए जो उन्होंने सोचा हुआ था वो कुछ नहीं कर पा रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर सामान्य दिन होते तो वह अपने बच्चों के लिए बेहतर शिक्षा का बंदोबस्त करते, लेकिन ऑनलाइन पढ़ाई से ही काम चलाना पड़ रहा है.

ऐजुसेट वेबसाइट पर सरकार ने की ऑन लाइन पढ़ाई की व्यवस्था

आपको बता दें कि राज्य के सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले विद्यार्थियों की पढ़ाई का नुकसान ना हो, इसलिए स्कूल शिक्षा विभाग की तरफ से विभिन्न ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म बनाए हैं. इस बारे में सूचना जारी किया जा चुका है. विभाग ने ई-लर्निंग में मदद करने के लिए वेबसाइट www.haryanaedusat.com बनाई है. एजूसेट नेटवर्क पर टेलीकास्ट की जाने वाली ऑडियो/वीडियो सामग्री भी इस पोर्टल पर उपलब्ध कराई गई है ताकि विद्यार्थी उसका उपयोग कर सकें. पढ़ाई के लिए एक सामान्य टाइम टेबल/शेड्यूल बनाया गया है जो उक्त वेबसाइट पर उपलब्ध होगा.

ये पढ़ें- लॉक डाउन में ट्रांस्पोर्टर्स को लगा बड़ा झटका, प्रवासी ड्राइवर भूखे रहने को मजबूर

फरीदाबाद: कोरोना संक्रमण के चलते पूरे देश में लॉकडाउन जारी है. सभी ऑफिस, फैक्टरी, ऐकेड़मी, सर्विस सेक्टर्स बंद है. महामारी की वजह से मजबूरी में शिक्षण संस्थानों को भी बंद करना पड़ा है. ऐसे में बच्चों को अपनी पढ़ाई का भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है, लेकिन हरियाणा सरकार ने बच्चों को घर बैठे ऑनलाइन पढ़ाई करने का मौका दिया है. ईटीवी भारत हरियाणा की टीम ने ये पड़ताल की कि बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई कैसे कर रहे हैं, क्या इन्हें ये पढ़ाई रास आ रही है.

पढ़ाई पर ब्रेक लगने से बड़ा नुकसान हुआ: छात्रा

फरीदाबाद की रहने वाली नंदनी दसवीं की परीक्षा देने के बाद रिजल्ट आने का इंतजार रही हैं. नंदनी को पढ़ाई करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वो ने केंद्रीय विद्यालय शिक्षा बोर्ड से पढ़ाई कर रही हैं. नंदिनी ने बताया कि लॉकडाउन के चलते उनका रिजल्ट आने में देरी हो रही है. जिस वजह से उनकी आगे की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. उन्होंने कहा कि अगर सामान्य दिन होते तो इस समय वह अपनी आगे की परीक्षाओं की ट्यूशन ले रही होतीं.

नंदिनी ने बताया कि उसके कुछ ऑप्टिकल पेपर अभी बचे हुए हैं. जो लॉक डाउन के बाद होंगे, लेकिन लॉक डाउन के बाद पेपर देने में समस्या आएगी, क्योंकि पढ़ाई के बीच ब्रेक लग चुका है. इस ब्रेक के लगने से विद्यार्थी का मन पढ़ाई में नहीं लग रहा है. उन्होंने कहा कि अगर एक साथ सभी पेपर होते तो ज्यादा अच्छा रिजल्ट आने की संभावना होती है. लॉक डाउन के चलते जिस तरह से कुछ पेपर रह गए हैं. वो निश्चित तौर पर ही रिजल्ट को प्रभावित करेंगे.

लॉकडाउन के दौरान हरियाणा के छात्रों को कितनी रास आ रही है ऑनलाइन पढ़ाई? रिपोर्ट देखें

ऑनलाइन पढ़ाई नहीं है उतनी कारगर: छात्र

ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे आठवीं कक्षा के छात्र ओजस्वी ने बताया कि वो घर पर बैठकर पढ़ाई तो कर रहे हैं, लेकिन ऑनलाइन पढ़ाई इतनी कारगर साबित नहीं हो रही जितनी कि स्कूल में क्लास के अंदर जाकर होती है. उन्होंने कहा कि वह ऑनलाइन टास्ट लेते हैं और काम खत्म करने के बाद ऑनलाइन ही काम चेक कराते हैं. ओजस्वी का कहना है कि ऑनलाइन सिर्फ एक मजबूरी है क्योंकि लॉक डाउन के चलते स्कूल बंद हैं.

ऑनलाइन पढ़ाई से छात्रों और टीचरों के बीच की दूरी कवर नहीं हो पाती. लॉक डाउन होने के कारण उनकी पढ़ाई पूरी तरह से प्रभावित हो गई है. वहीं आठवीं कक्षा तक के बच्चों को प्रमोट करने पर इन छात्रों का कहना है कि मुश्किल के इस दौर में सरकार ने सही फैसला लिया है, लेकिन इसमें उन बच्चों की मेहनत दिखाई नहीं देगी जिन्होंने पढ़ाई में अपने दिन-रात लगाए हैं.

टेक्नो फ्रेंडली छात्रों को आ रहा है मजा

वहीं भिवानी के रहने वाल रोहति को ऑनलाइन तरीके से पढ़ने में बच्चों को भी काफी इंटर्स्ट रहा है. रोहति का कहना है कि ऐसे ऑनलाइन तरीके से उनकी पढ़ाई भी जारी है और वो कोरोना से भी बच सकते हैं. हरियाणा सरकार के आदेश के बाद प्रदेश में सभी स्कूलों के टीचर्स ने बच्चों को ऑनलाइन क्लास देनी शुरू कर दी है. इसके अलावा ई-लर्निंग में मदद करने के लिए सरकार की ओर से वेबसाइट www.haryanaedusat.com बनाई गई है. जहां से बच्चे जरूरी नोट्स की मदद से पढ़ाई जारी रख सकते हैं.

अभिभावक हैं बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित

अभिभावक इस स्थिति को समझ रहे हैं. इस संकट के समय में सरकार के फैसले को सही ठहरा रहे हैं, लेकिन अपने बच्चे की पढ़ाई को लेकर चिंतित हैं. एक अभिभावक हरेंद्र ने कहा लॉक डाउन के कारण बच्चे अपनी आगामी पढ़ाई की तैयारी करने में असमर्थ हैं. जो थोड़ी बहुत पढ़ाई हो रही है वो ऑनलाइन माध्यमों से ही की जा रही है. ऐसे में बच्चों के भविष्य के लिए जो उन्होंने सोचा हुआ था वो कुछ नहीं कर पा रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर सामान्य दिन होते तो वह अपने बच्चों के लिए बेहतर शिक्षा का बंदोबस्त करते, लेकिन ऑनलाइन पढ़ाई से ही काम चलाना पड़ रहा है.

ऐजुसेट वेबसाइट पर सरकार ने की ऑन लाइन पढ़ाई की व्यवस्था

आपको बता दें कि राज्य के सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले विद्यार्थियों की पढ़ाई का नुकसान ना हो, इसलिए स्कूल शिक्षा विभाग की तरफ से विभिन्न ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म बनाए हैं. इस बारे में सूचना जारी किया जा चुका है. विभाग ने ई-लर्निंग में मदद करने के लिए वेबसाइट www.haryanaedusat.com बनाई है. एजूसेट नेटवर्क पर टेलीकास्ट की जाने वाली ऑडियो/वीडियो सामग्री भी इस पोर्टल पर उपलब्ध कराई गई है ताकि विद्यार्थी उसका उपयोग कर सकें. पढ़ाई के लिए एक सामान्य टाइम टेबल/शेड्यूल बनाया गया है जो उक्त वेबसाइट पर उपलब्ध होगा.

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