फरीदाबाद: 14 फरवरी को जम्मू कश्मीर में हुए आतंकी हमले के बाद, समूचे देश में अपने-अपने तरीके से देशवासी गुस्से का इजहार कर रहे हैं. आम चुनाव भले ही सिर पर हों, लेकिन सही मायनों में, इस मुश्किल घड़ी में तमाम सियासी दलों ने भी एकजुट होकर इस बात का संदेश दे दिया है कि जब भी कभी देश की आन-बान या शान पर किसी भी तरह की आंच आएगी, तो उस पर हम सब मिलकर पानी डालेंगे.
और यही है हमारे हिंदुस्तान की पहचान. विविधता में एकता.
आज की तारीख में जिस तरह से भारत के तमाम धार्मिक स्थलों में हिंदु-मुस्लिम-सिक्ख-ईसाई-जैन-बौद्ध-पारसी देश के दुश्मनों के खिलाफ एकजुट होकर दुआएं मांग रहे हैं, प्राथनाएं कर रहे हैं, मन्नते मांग रहे हैं, पूजा कर रहे हैं, अराधना कर रहे हैं. उससे एक बात तो साफ है कि हमारे आपसे भाईचारे की दीवारों को कोई भी ताकत कमजोर नहीं कर सकती है.
मंदिरों, मस्जिदों, गुरुद्वारों, गिरिजाघरों में इन दिनों एक ही आवाज गूंज रही है, दिल दिया है जान भी देंगे, ऐ वतन तेरे लिए, सारे जहां से अच्छा, हिंदोस्तां हमारा... मां तुझे सलाम..
हिंदुस्तान की सैकड़ों-हजारों सामाजिक संगठनों ने भी जिस तरह से प्रदर्शनों के सहारे जो पैगाम दिया है, उससे भी दुश्मन के हौसले जरूर पस्त हुए होंगे...
हरियाणा में भी सामाजिक-राजनीतिक संगठन लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं, और तरह-तरह के बयान भी आ रहे हैं. केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने भी आज फरीदाबाद में शहीदों को श्रद्वांजलि अर्पित की, उन्होंने सख्त अल्फाजों में कहा कि केन्द्र सरकार ने पहले भी दुश्मनों के खिलाफ एक्शन लिया है और अब भी बहुत जल्द आंतक के सौदागरों को मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा.
वहीं हरियाणा के ही करनाल में लोग धरने पर बैठे हैं, उनका कहना है कि बढ़ती दहशतगर्दी पर तुरंत रोक लगनी चाहिए और जो भी इनका साथ दे रहा उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. साथ ही लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी गुजारिश कर रहे हैं कि देश के गद्दारों को अपने 56 इंच के सीने का दम दिखाया जो, ताकि ये पता लग सके कि जो कोई भी भारत के खिलाफ गंदी और नापाक साजिश रचेगा उसका अंजाम बेहद बुरा होगा.