फरीदाबाद: एक तरफ कोरोना महामारी के दौरान लोग अपने घरों में कैद हो गए थे. दूसरी तरफ कुछ लोग ऐसे थे जो दूसरे की जिंदगी बचाने में जुटे थे. कोरोना की जानलेवा लहर में ऐसे ही लोगों की बदौलत अनेकों लोगों की जान बचाई जा सकी. ऐसे कोरोना वरियर को सरकारों ने भी सम्मानित किया. फरीदाबाद की नर्स सविता रानी को कोरोना के दौरान मानव सेवा के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नेशनल फ्लोरेंस नाइटिंगेल अवार्ड 2022 (National Florence Nightingale Award 2022) से सम्मानित किया है.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से सम्मानित होने वाली फरीदाबाद की नर्स सविता रानी (Faridabad nurse Savita Rani) 12 साल से फरीदाबाद के जिला नागरिक बादशाह खान अस्पताल मैं बतौर नर्स ब्लड बैंक में काम कर रही हैं. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान सविता रानी ने कहा कि राष्ट्रपति के हाथों अवार्ड मिलना मेरे लिए गर्व की बात है. मैं बहुत खुश हूं. कोविड के दौरान मैंने लोगों को ब्लड डोनेट करने के लिए जागरूक किया. जिससे कई लोगों की जिंदगी बचाई जा सकी. मैंने खुद भी ब्लड डोनेट किया.
सविता बताती हैं कि कोविड की पहली लहर के दौरान लोग घरों में कैद थे. मेरे भी दो छोटे-छोटे बच्चे हैं. ऐसे में उनको मैंने उनके नानी के घर छोड़ दिया था. पूरे कोविड-19 के दौरान अपनी पूरी मेहनत से मैंने लोगों की सेवा की. कोविड-19 गाइडलाइंस को फॉलो करते हुए हमने लोगों को ब्लड डोनेशन के लिए प्रोत्साहित किया. प्लाज्मा डोनेट करने के लिए लोगों को समझाया, जिससे कई जिंदगियों को बचाया जा सका.
आपको बता दें कि कोरोना की पहली लहर के दौरान जब लॉक डाउन था और कोई अपने घर से बाहर नहीं निकल रहा था, उस दौरान रक्तदान शिविर पूरी तरह से बंद हो गये थे. ऐसे मुश्किल दौर में भी नर्स सविता रानी जैसे लोग मानवता की सेवा में लगे थे. सविता ने जिला प्रशासन से अनुमति ली और गली-गली जाकर उन्होंने ब्लड कैंप लगाया. उन्होंने काफी मात्रा में ब्लड एकत्रित किए और कोविड-19 के दौरान जिसे भी खून की कमी हुई उनके लिए सविता रानी एक मसीहा साबित हुईं.
सविता रानी के पास दिन रात ब्लड को लेकर लोगों की कॉल आती थी. जहां तक हो सकता था सविता ब्लड मुहैया करवाने की कोशिश करती थीं. सविता रानी के इस मानव सेवा को देखकर ब्लड बैंक के इंचार्ज डॉक्टर विकास शर्मा ने उनका नाम नेशनल फ्लोरेंस नाइटिंगेल अवार्ड 2022 के लिए सीएमओ डॉक्टर विनय गुप्ता के समक्ष प्रस्तावित किया था. डॉक्टर विकास शर्मा ने पूरी फाइल तैयार कर निदेशालय को भेजा था.
निदेशालय को भेजने के बाद फाइल स्वास्थ्य मंत्रालय के पास गई और स्वास्थ्य मंत्रालय से होते हुए राष्ट्रपति तक फाइल पहुंची. जिसके बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नर्स सविता रानी को सम्मानित किया. आपको बता दें, 50 नर्सों में से हरियाणा से सिर्फ सविता रानी को ही यह सम्मान मिला है. राष्ट्रपति से सम्मानित होने के बाद नर्स सविता रानी को हर तरफ से बधाइयां मिल रही हैं.