फरीदाबाद: 10 जुलाई को दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने 2500 करोड़ की 350 किलो हेरोइन जब्त की. पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को भी गिरफ्तार किया. तीन आरोपी हरियाणा से गिरफ्तार किए गए और एक आरोपी को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया. फरीदाबाद से गिरफ्तार आरोपी पंजाब के रहने वाले बताए जा रहे हैं. इस पूरे मामले के तार हरियाणा के फरीदाबाद से जुड़े हुए हैं. जिन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है उन्होंने सुरक्षित जगह ढूंढने के लिए सबसे पहले रेकी की थी.
इस मामले में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. दरअसल जिस सोसायटी के फ्लैट से ढाई हजार करोड़ रुपए की हेरोइन मिली थी उस सोसायटी में बने फ्लैट्स सेना के जवानों और अन्य आर्म्ड फोर्सेज के रिटायर हो चुके कर्मचारियों के हैं. यहीं पर पंजाब के रहने वाले दोनों आरोपियों ने पूरी प्लानिंग करके फ्लैट किराए पर लिया था. लेकिन पुलिस लगातार इन आरोपियों का पीछा कर रही थी जिसकी बदौलत इनके मंसूबों पर पानी फिर गया.
फरीदाबाद के सेक्टर 65 में बनी इस सोसायटी में आरोपियों ने 4 जुलाई को एक फ्लैट किराए पर लेने के लिए एक डीलर से बात की थी. जिसके बाद डीलर ने उन्हें अपने दस्तावेज जमा कराने के लिए कहा लेकिन वो किसी काम का बहाना बनाकर चले गए. फिर 5 जुलाई को उन्होंने डीलर को कुछ पैसे देकर दस्तावेज बाद में देने की बात कही और फ्लैट में शिफ्ट हो गए. इन दोनों आरोपियों को लगा कि वो इस सोसाइटी में पूरी तरह से सेफ रहेंगे क्योंकि इस सोसाइटी में बेहद कम लोगों का आना जाना होता है.
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क्योंकि आसपास कंपनियों में नौकरी करने वाले लोग ही यहां रहते हैं जिनका परिवार उनके साथ नहीं रहता. आरोपियों को लगा कि कम लोगों के होने की वजह से उनपर कोई ध्यान नहीं देगा और वो अपने प्लान में कामयाब हो जाएंगे. लेकिन दिल्ली पुलिस लगातार इन आरोपियों का पीछा कर रही थी. वहीं दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने 10 जुलाई की रात को छापा मारकर यहां से ड्रग्स और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. जिसके बाद से इस सोसाइटी में हड़कंप मच गया और अब आने-जाने वाले लोगों पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है.
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केवल इस सोसायटी के अंदर रहने वाले और सोसायटी के पदाधिकारियों को ही अंदर जाने की इजाजत दी जा रही है. ड्रग्स तस्करी से जुड़े ये लोग सेनाओं से रिटायर हुए कर्मचारियों को ढाल बनाकर अपना धंधा यहां से चलाना चाहते थे लेकिन पुलिस ने उनके इस प्लान पर पानी फेर दिया. अब सवाल ये खड़ा हो रहा है कि इतनी भारी मात्रा में ड्रग्स फरीदाबाद के अंदर रखा हुआ था लेकिन फरीदाबाद पुलिस को इसकी भनक तक कैसे नहीं लगी. इसके साथ ही बिना वेरिफिकेशन के इन लोगों को फ्लैट किराए पर क्यों दे दिया गया.