फरीदाबाद में ईटीवी भारत की खबर का असर (etv bharat news impact) हुआ है. दरअसल यहां फरीदाबाद निगम ने इंडियन ऑयल और अन्य कंपनियों से सीएसआर के तहत मिले 50 ट्रैक्टर निजी ठेका कंपनी इकोग्रीन (Ecogreen company in Faridabad) को सौंप दिए. इकोग्रीन इन ट्रैक्टरों से शहर का कचरा उठा रही थी. जबकि इनका उपयोग नगर निगम द्वारा शहर में स्वच्छता अभियान को लेकर किया जाना चाहिए था. 21 नवंबर 2022 को ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया. जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया.
दरअसल इंडियन ऑयल और अन्य कंपनियों ने सीएसआर के तहत फरीदाबाद नगर निगम (municipal corporation faridabad) को 25 ट्रैक्टर दिए थे, जिसका उपयोग नगर निगम द्वारा शहर में स्वच्छता अभियान को लेकर किया जाना चाहिए था, लेकिन नगर निगम ने प्राइवेट कंपनी इकोग्रीन को ये सारे ट्रैक्टर दे दिए, जिसका उपयोग इकोग्रीन द्वारा लोगों के घरों से कूड़ा उठाने के लिए किया जा रहा था, एक तरह से इसका प्रयोग व्यवसायिक के तौर पर हो रहा था, जोकि सरासर गलत था, क्योंकि नगर निगम द्वारा इकोग्रीन कंपनी को हर एक घरों से कूड़ा उठाने का ठेका मिला है.
जिसका महीने का भुगतान करोड़ों में नगर निगम करता है, लेकिन जब मामले की शिकायत सरकार तक पहुंची तो इस पर संज्ञान भी लिया गया. मुख्य सचिव कार्यालय ने इसको लेकर एक पत्र लिखकर कमेटी को जांच करने का आदेश दिया. सचिव ने 3 हफ्ते के अंदर जांच रिपोर्ट मांगी थी. इस खबर को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाया. जिसके बाद नगर निगम के अधिकारियों का बयान भी आया. जिसमें उन्होंने कहा था कि ट्रैक्टर-ट्रॉली हमने इकोग्रीन (faridabad ecogreen company) को रेंट पर दिया है और हम उनसे ट्रैक्टर वापिस मंगवा लेते हैं.
जिसके बाद इकोग्रीन के अधिकारियों ने भी इस बात की पुष्टि की थी कि नगर निगम ने हमें ट्रैक्टर रेंट पर दिया है. जिसका रेंट हम नगर निगम को देंगे, हालांकि खबर दिखाए जाने के बाद आनन-फानन में नगर निगम के अधिकारियों ने इकोग्रीन के अधिकारियों से बातचीत की और ट्रेक्टर और उसका रेंट इकोग्रीन कंपनी से मांगें. अब इकोग्रीन ने नगर निगम को सभी 25 ट्रैक्टर वापिस कर दिए हैं. अब ये ट्रैक्टर नगर निगम मुख्यालय के प्रांगण में खड़े हैं. इसके साथ ही नगर निगम ने प्रति ट्रक ट्रैक्टर 4000 हजार रुपए महीने की दर से 7 महीने का 25 ट्रैक्टरों का बकाया किराया 7 लाख नगर निगम अधिकारियों को दिया है.