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सस्ते प्लॉट का देते थे लालच, फरीदाबाद पुलिस ने पकड़े 3 ठग, ऐसे देते थे ठगी को अंजाम - fraud in the name of getting cheap plots

साइबर थाना बल्लभगढ़ की टीम ने सस्ते दाम पर प्लॉट दिलाने की नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के 3 लोगों को पकड़ा है. दो आरोपी विनोद और मधुर नोएडा के रहने वाले हैं. वहीं, एक आरोपी अनूप दिल्ली के Mayur Vihar का निवासी है. पढ़ें पूरी खबर और जानें की कैसे ये ठग लोगों के साथ धोखाधड़ा करते थे, ताकि आप ऐसे किसी गिरोह के झांसे में ना आएं...

Cyber Police Station Ballabhgarh
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी.
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Published : Mar 18, 2023, 3:19 PM IST

Updated : Mar 18, 2023, 4:11 PM IST

फरीदाबाद: साइबर थाना बल्लभगढ़ प्रभारी नवीन उनकी टीम ने यमुना आवास योजना के तहत सस्ते दाम पर प्लॉट दिलाने की नाम पर सैकड़ों लोगों के साथ साइबर ठगी की वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह के 3 सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. ASP साइबर क्राइम मोनिका ने प्रेस वार्ता के दौरान जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में मधुर, विनोद और अनूप ऊर्फ अमन का नाम शामिल है. आरोपी विनोद और मधुर नोएडा के रहने वाले हैं. वहीं, आरोपी अनूप दिल्ली के Mayur Vihar का निवासी है.

ASP मोनिका ने बताया कि बड़े शहरों में अपना मकान बनाना बहुत से लोगों का ड्रीम होता है. इसके लिए वह अपनी मेहनत की कमाई से पैसे बचाकर शहर में प्लॉट खरीदकर उसपर अपना मकान बनाने का सपना पूरा करने की कोशिश करते हैं, लेकिन कुछ साइबर ठग इनकी मेहनत की कमाई को चुटकियों में उड़ा लेते हैं. ऐसा ही एक साइबर क्राइम का पर्दाफाश Ballabhgarh Cyber Police ने किया है. जिसमें आरोपियों ने यमुना आवासीय योजना के नाम पर लोगों के साथ धोखाधड़ी को अंजाम दिया है.

ASP मोनिका ने बताया कि yamuna awas yojana में लोगों को लॉटरी सिस्टम के द्वारा सस्ते प्लॉट उपलब्ध करवाए जाते हैं जिसमें प्लॉट के साइज के अनुसार फीस जमा करवानी होती है और बाद में लॉटरी में किसी व्यक्ति का नाम आ जाता है तो उसे सस्ते दाम पर प्लॉट मिल जाता है. इसके लिए उन्हें YEIDA की Website पर रजिस्टर करना होता है. साइबर ठगों ने इस वेबसाइट के जैसी एक फेक वेबसाइट बनाकर लोगों को सस्ते प्लॉट का लालच दिया और उनसे इस फेक वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करवाने के पश्चात उनसे पैसे ऐंठने शुरू कर दिए.

आरोपियों ने फरीदाबाद के रहने वाले तीन लोगों से 42 हजार, 31 हजार व 21 हजार रुपये ठगी से अपने बैंक खाते में Transfer करवा लिए. इसके बाद जब ग्राहकों ने अपना प्लॉट या पैसे वापस मांगे तो आरोपियों ने पैसे वापस करने से मना कर दिया और प्लॉट भी नहीं दिया. पीड़ितों ने इसकी शिकायत पुलिस थाने में की. जिसके बाद आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी, साजिश फर्जीवाड़े की धाराओं के तहत केस दर्ज करके आरोपियों की तलाश शुरू की गई.

वहीं, पुलिस ने आगे कार्रवाई करते हुए गुप्त सूत्रों और साइबर तकनीकी के माध्यम से उक्त 3 आरोपियों को अरेस्ट कर लिया. आरोपियों के कब्जे से 01 लैपटॉप, 4 मोबाइल व 94 हजार रुपये नगद बरामद किए गए हैं, जबकि आरोपियों के 34 लाख रुपये बैंक खातों में होल्ड करवाए गए हैं. आरोपियों को 3 मुकदमों में 7 दिन के पुलिस रिमांड पर लेकर मामले में पूछताछ शुरू की गई. जिसमें पूछताछ में सामने आया कि आरोपियों ने UP, हरियाणा व Delhi में इस प्रकार की 690 वारदातों को अंजाम दिया है और उनके बैंक खातों से करीब 3.82 करोड़ रुपये का लेनदेन पाया गया है. इसके साथ ही पुलिस द्वारा इन मामलों में संबंधित थानों को सूचित किया जा रहा है. पूछताछ पूरी होने के बाद आरोपियों को कोर्ट में पेश करके जेल भेज दिया गया है. वहीं, मामले में शामिल अन्य आरोपियों की जांच की जा रही है और उन्हें जल्द अरेस्ट कर लिया जाएगा.

ये भी पढ़ें- हरियाणा: पुलिसवालों ने जब्त की गई प्राचीन मूर्ति को पिघलाकर बनाए बिस्किट, मामला दर्ज, 8 सस्पेंड

फरीदाबाद: साइबर थाना बल्लभगढ़ प्रभारी नवीन उनकी टीम ने यमुना आवास योजना के तहत सस्ते दाम पर प्लॉट दिलाने की नाम पर सैकड़ों लोगों के साथ साइबर ठगी की वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह के 3 सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. ASP साइबर क्राइम मोनिका ने प्रेस वार्ता के दौरान जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में मधुर, विनोद और अनूप ऊर्फ अमन का नाम शामिल है. आरोपी विनोद और मधुर नोएडा के रहने वाले हैं. वहीं, आरोपी अनूप दिल्ली के Mayur Vihar का निवासी है.

ASP मोनिका ने बताया कि बड़े शहरों में अपना मकान बनाना बहुत से लोगों का ड्रीम होता है. इसके लिए वह अपनी मेहनत की कमाई से पैसे बचाकर शहर में प्लॉट खरीदकर उसपर अपना मकान बनाने का सपना पूरा करने की कोशिश करते हैं, लेकिन कुछ साइबर ठग इनकी मेहनत की कमाई को चुटकियों में उड़ा लेते हैं. ऐसा ही एक साइबर क्राइम का पर्दाफाश Ballabhgarh Cyber Police ने किया है. जिसमें आरोपियों ने यमुना आवासीय योजना के नाम पर लोगों के साथ धोखाधड़ी को अंजाम दिया है.

ASP मोनिका ने बताया कि yamuna awas yojana में लोगों को लॉटरी सिस्टम के द्वारा सस्ते प्लॉट उपलब्ध करवाए जाते हैं जिसमें प्लॉट के साइज के अनुसार फीस जमा करवानी होती है और बाद में लॉटरी में किसी व्यक्ति का नाम आ जाता है तो उसे सस्ते दाम पर प्लॉट मिल जाता है. इसके लिए उन्हें YEIDA की Website पर रजिस्टर करना होता है. साइबर ठगों ने इस वेबसाइट के जैसी एक फेक वेबसाइट बनाकर लोगों को सस्ते प्लॉट का लालच दिया और उनसे इस फेक वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करवाने के पश्चात उनसे पैसे ऐंठने शुरू कर दिए.

आरोपियों ने फरीदाबाद के रहने वाले तीन लोगों से 42 हजार, 31 हजार व 21 हजार रुपये ठगी से अपने बैंक खाते में Transfer करवा लिए. इसके बाद जब ग्राहकों ने अपना प्लॉट या पैसे वापस मांगे तो आरोपियों ने पैसे वापस करने से मना कर दिया और प्लॉट भी नहीं दिया. पीड़ितों ने इसकी शिकायत पुलिस थाने में की. जिसके बाद आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी, साजिश फर्जीवाड़े की धाराओं के तहत केस दर्ज करके आरोपियों की तलाश शुरू की गई.

वहीं, पुलिस ने आगे कार्रवाई करते हुए गुप्त सूत्रों और साइबर तकनीकी के माध्यम से उक्त 3 आरोपियों को अरेस्ट कर लिया. आरोपियों के कब्जे से 01 लैपटॉप, 4 मोबाइल व 94 हजार रुपये नगद बरामद किए गए हैं, जबकि आरोपियों के 34 लाख रुपये बैंक खातों में होल्ड करवाए गए हैं. आरोपियों को 3 मुकदमों में 7 दिन के पुलिस रिमांड पर लेकर मामले में पूछताछ शुरू की गई. जिसमें पूछताछ में सामने आया कि आरोपियों ने UP, हरियाणा व Delhi में इस प्रकार की 690 वारदातों को अंजाम दिया है और उनके बैंक खातों से करीब 3.82 करोड़ रुपये का लेनदेन पाया गया है. इसके साथ ही पुलिस द्वारा इन मामलों में संबंधित थानों को सूचित किया जा रहा है. पूछताछ पूरी होने के बाद आरोपियों को कोर्ट में पेश करके जेल भेज दिया गया है. वहीं, मामले में शामिल अन्य आरोपियों की जांच की जा रही है और उन्हें जल्द अरेस्ट कर लिया जाएगा.

ये भी पढ़ें- हरियाणा: पुलिसवालों ने जब्त की गई प्राचीन मूर्ति को पिघलाकर बनाए बिस्किट, मामला दर्ज, 8 सस्पेंड

Last Updated : Mar 18, 2023, 4:11 PM IST
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