फरीदाबाद/शिमला: केंद्रीय जांच ब्यूरो(सीबीआई) ने हरियाणा के फरीदाबाद में बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन लोगों को 5 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया. गिरफ्तार किए गए लोगों में एनएचपीसी के मुख्य महाप्रबंधक (वित्त) (CBI arrests NHPC executive) और दो अन्य लोग शामिल हैं.
इन आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद हिमाचल प्रदेश सहित दिल्ली में कई जगहों पर सीबीआई की ओर से छापेमारी की गई. जहां से दस्तावेज बरामद किए गए हैं. ये जानकारी खुद सीबीआई ने ट्वीट कर दी है.
सीबीआई से मिली जानकारी के मुताबिक एनएचपीसी में सीजीईएफ महाप्रबंधक के खिलाफ एक मामला दर्ज किया गया था. जिसमें एक प्राइवेट कंपनी के वरिष्ठ महाप्रबंधक, एक निजी कंपनी जेपीएनटी उद्यम आधारित मुंबई और अन्य अज्ञात लोगों को शामिल किया गया था.
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आरोप है कि निजी कंपनी (संयुक्त उद्यम) कुल्लू (हिमाचल प्रदेश) के निकट स्थित एनएचपीसी के पार्वती हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट (स्टेज-II) में कार्य कर रही थी. आरोप है कि निजी कंपनी के लगभग 1.36 करोड़ रुपये और 1.9 करोड़ रुपये के दो दावे और 2 करोड़ रुपये के कुछ अतिरिक्त बिल लंबित थे.
निजी कंपनी (संयुक्त उद्यम) के वरिष्ठ महाप्रबंधक (प्रोजेक्ट) ने सीजीएम (वित्त), एनएचपीसी से भुगतान को शीघ्र करने का निवेदन किया. जिसके लिए सीजीएम (वित्त), एनएचपीसी ने कथित रुप से रिश्वत की मांग की.
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सीबीआई ने जाल बिछाया और नेशनल हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर कॉर्पोरेशन के मुख्य महाप्रबंधक (वित्त) को 5 लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा. निजी कंपनी (संयुक्त उद्यम) के वरिष्ठ महाप्रबंधक (रिश्वत देने वाला व्यक्ति) और रिश्वत ले जाने वाले व्यक्ति को भी पकड़ा गया है.
वहीं, सीबीआई द्वारा फरीदाबाद (हरियाणा), कुल्लू (हिमाचल प्रदेश) और दिल्ली में तलाशी ली गई, जिसमें सम्पत्ति और वित्तीय लेन देन के दस्तावेज सहित आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए और गिरफ्तार सभी आरोपियों को जल्द ही अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा.
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