फरीदाबाद: राजकीय महिला कॉलेज में यौन उत्पीड़न के मामले में प्रदेश सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आरोपी एसोसिएट प्रोफेसर, जूनियर लैब सहायक और चपरासी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. छात्रा ने तीनों पर ही शारीरिक शोषण के लिए दबाव डालने के आरोप लगाए थे.
छात्रा के बीते आठ मई को ई-मेल से प्रधानमंत्री कार्यालय, डीसी, पुलिस आयुक्त और कॉलेज प्रबंधन को शिकायत करने पर मामला उच्चतर शिक्षा निदेशालय तक पहुंच गया. कॉलेज प्राचार्य ने छात्रा की शिकायत की जांच करने के लिए कमेटी गठित की थी. वहीं पीड़िता ने मामले को दबाने का आरोप भी लगाया था.
हरियाणा सरकार में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के मीडिया सलाहकार राजीव जैन ने इस मामले पर ट्वीट कर जानकारी दी है.
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फरीदाबाद कालेज यौन उत्पीड़न की शिकायत पर उच्चतर शिक्षा निदेशालय द्वारा एसोसिएट प्रोफेसर, जूनियर लैब अटेंडेंट एवं चपरासी को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है।
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विभाग की यौन उत्पीड़न समिति एक सप्ताह में देगी रिपोर्ट। बेटियों की सुरक्षा के प्रति सरकार प्रतिबद्ध है। @cmohry
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— Chowkidar Rajiv Jain (@RajivJainBJP) May 16, 2019
विभाग की यौन उत्पीड़न समिति एक सप्ताह में देगी रिपोर्ट। बेटियों की सुरक्षा के प्रति सरकार प्रतिबद्ध है। @cmohryफरीदाबाद कालेज यौन उत्पीड़न की शिकायत पर उच्चतर शिक्षा निदेशालय द्वारा एसोसिएट प्रोफेसर, जूनियर लैब अटेंडेंट एवं चपरासी को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है।
— Chowkidar Rajiv Jain (@RajivJainBJP) May 16, 2019
विभाग की यौन उत्पीड़न समिति एक सप्ताह में देगी रिपोर्ट। बेटियों की सुरक्षा के प्रति सरकार प्रतिबद्ध है। @cmohry
प्रचार्य की ओर से गठित कमेटी ने गुरुवार को उच्चतर शिक्षा निदेशक को मामले की रिपोर्ट सौंपी. इस रिपोर्ट में एसोसिएट प्रोफेसर सीएस वशिष्ठ, जूनियर लैब अटेंडेंट जगदेव, चपरासी विक्रम को दोषी पाया गया. इस पर कार्रवाई करते हुए उच्चतर शिक्षा निदेशक ने तीनों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया.
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उपनिदेशक सुनीता शिकायत निवारण समिति की चेयरपर्सन
उच्चतर निदेशक ए.श्रीनिवास ने सुप्रीम कोर्ट के विशाखा एवं अन्य बनाम स्टेट ऑफ राजस्थान एवं अन्य के मामले में आए फैसले के अनुसार नए सिरे से उच्च शिक्षा निदेशालय की यौन उत्पीड़न शिकायत निवारण समिति का गठन किया है. इस कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद मामले में नियमानुसार कार्रवाई होगी.