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10वीं के छात्र ने 15वीं मंजिल से कूदकर दी जान, सुसाइड नोट में बताया कौन है मौत का जिम्मेदार

Faridabad Crime News: फरीदाबाद में दसवीं के एक छात्र 15वीं मंजिल से कूदकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. पुलिस को एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है. इस सुसाइड नोट में छात्र ने अपने मौत के जिम्मेदार लोगों के बारे में जिक्र किया है.

Student Suicide In Faridabad
अक्खी दसवीं का छात्र था.
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Published : Feb 25, 2022, 2:13 PM IST

Updated : Feb 25, 2022, 4:10 PM IST

फरीदाबाद: इंडस्ट्रियल सिटी के डिस्कवरी सोसायटी मे शुक्रवार को एक दिल दहला देने वाला सामने आया है. दरअसल यहां 15 मंजिल से कूदकर दसवीं एक छात्र जान दे दी. मृतक बच्चे का नाम अक्खी बताया जा रहा (Boy Suicide In Faridabad) है. वह दिल्ली पब्लिक स्कूल में दसवीं क्लास में पढ़ रहा था.अपनी मौत से पहले छात्र ने एक सुसाइड नोट लिखा है. सुसाइड नोट में उसने अपनी मौत का जिम्मेदार अपने स्कूल प्रिंसिपल को बताया है. बहराल पुलिस मामले की जांच कर रही है.

पुलिस को दी शिकायत में मृतक बच्चे के माता आरती मल्होत्रा ने बताया कि वह अपने पति से तलाक लेकर पिछले काफी समय से अलग रह रही है. वह दिल्ली पब्लिक स्कूल में टीचर की नौकरी करती हैं. उनका बच्चा भी स्कूल में पढ़ता था. शाम को वह अपने पिताजी के पास अपने पुराने घर गई हुई थी. जहां उसके पास पड़ोसियों का फोन आया कि उसका बेटा 15वे फ्लोर से कूद गया है. उसको इलाज के लिए अस्पताल लेकर जा रहे हैं. आरती मल्होत्रा भी सीधी हॉस्पिटल पहुंची. वहां जाकर उनको पता चला कि उनके बेटे की मौत हो चुकी है.

दसवीं के स्टूडेंट ने मकान के 15वीं मंजिल से कूदकर दी जान, सुसाइड नोट में बताया कौन है मौत का जिम्मेदार

पुलिस को दी शिकायत में आरती मल्होत्रा ने कहा कि स्कूल में उसके साथी उसको Gay बोलकर चिढ़ाते थे. इस वजह से वह काफी डिप्रेशन में रहता था. आरती मल्होत्रा ने बताया कि वह बेटे अक्खी का इलाज दिल्ली के एक अस्पताल में करा रहे थे. उन्हें इस मामले की शिकायत स्कूल प्रशासन से भी की थी. हालांकि स्कूल प्रशासन की तरफ से इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई. इसके चलते उनका बेटा लगातार डिप्रेशन का शिकार होता रहा.

ये भी पढ़ें-महिला का ससुराल वालों पर आरोप- देवर ने की रेप की कोशिश, बाथरूम में नहाते हुए देखता था ससुर

आरती ने बताया कि 23 फरवरी को उनके बेटे का स्कूल में पेपर था. पेपर में एक सवाल को लेकर उसने प्रिंसिपल ममता गुप्ता से मदद मांगी लेकिन ममता गुप्ता ने मदद करने की बजाय उल्टा उसके बेटे को ही ताने मारना शुरू कर दिया. इस वजह से उनका बेटा डिप्रेशन में चला गया. उसने सोसाइटी के 15 माले से कूदकर अपनी जान दे दी. पुलिस को मृतक बच्चे की जेब से एक सुसाइड नोट भी मिला है. इस सुसाइड नोट में अक्खी ने साफ लिखा है कि अब वह जीना नहीं चाहता है.उसकी मौत का जिम्मेदार उसका स्कूल और स्कूल के उच्च अधिकारी हैं जिन्होंने उसका साथ देने के बजाय उल्टा उन्हें ही ताने मारे. बहरहाल इस मामले में पुलिस ने शिकायत ले ली है और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है


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फरीदाबाद: इंडस्ट्रियल सिटी के डिस्कवरी सोसायटी मे शुक्रवार को एक दिल दहला देने वाला सामने आया है. दरअसल यहां 15 मंजिल से कूदकर दसवीं एक छात्र जान दे दी. मृतक बच्चे का नाम अक्खी बताया जा रहा (Boy Suicide In Faridabad) है. वह दिल्ली पब्लिक स्कूल में दसवीं क्लास में पढ़ रहा था.अपनी मौत से पहले छात्र ने एक सुसाइड नोट लिखा है. सुसाइड नोट में उसने अपनी मौत का जिम्मेदार अपने स्कूल प्रिंसिपल को बताया है. बहराल पुलिस मामले की जांच कर रही है.

पुलिस को दी शिकायत में मृतक बच्चे के माता आरती मल्होत्रा ने बताया कि वह अपने पति से तलाक लेकर पिछले काफी समय से अलग रह रही है. वह दिल्ली पब्लिक स्कूल में टीचर की नौकरी करती हैं. उनका बच्चा भी स्कूल में पढ़ता था. शाम को वह अपने पिताजी के पास अपने पुराने घर गई हुई थी. जहां उसके पास पड़ोसियों का फोन आया कि उसका बेटा 15वे फ्लोर से कूद गया है. उसको इलाज के लिए अस्पताल लेकर जा रहे हैं. आरती मल्होत्रा भी सीधी हॉस्पिटल पहुंची. वहां जाकर उनको पता चला कि उनके बेटे की मौत हो चुकी है.

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पुलिस को दी शिकायत में आरती मल्होत्रा ने कहा कि स्कूल में उसके साथी उसको Gay बोलकर चिढ़ाते थे. इस वजह से वह काफी डिप्रेशन में रहता था. आरती मल्होत्रा ने बताया कि वह बेटे अक्खी का इलाज दिल्ली के एक अस्पताल में करा रहे थे. उन्हें इस मामले की शिकायत स्कूल प्रशासन से भी की थी. हालांकि स्कूल प्रशासन की तरफ से इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई. इसके चलते उनका बेटा लगातार डिप्रेशन का शिकार होता रहा.

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आरती ने बताया कि 23 फरवरी को उनके बेटे का स्कूल में पेपर था. पेपर में एक सवाल को लेकर उसने प्रिंसिपल ममता गुप्ता से मदद मांगी लेकिन ममता गुप्ता ने मदद करने की बजाय उल्टा उसके बेटे को ही ताने मारना शुरू कर दिया. इस वजह से उनका बेटा डिप्रेशन में चला गया. उसने सोसाइटी के 15 माले से कूदकर अपनी जान दे दी. पुलिस को मृतक बच्चे की जेब से एक सुसाइड नोट भी मिला है. इस सुसाइड नोट में अक्खी ने साफ लिखा है कि अब वह जीना नहीं चाहता है.उसकी मौत का जिम्मेदार उसका स्कूल और स्कूल के उच्च अधिकारी हैं जिन्होंने उसका साथ देने के बजाय उल्टा उन्हें ही ताने मारे. बहरहाल इस मामले में पुलिस ने शिकायत ले ली है और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है


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Last Updated : Feb 25, 2022, 4:10 PM IST
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