चरखी दादरी: जिले में कर्मचारी संगठनों ने अपनी कई मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ रोष प्रकट किया. सर्व कर्मचारी संघ के आह्वान पर विभिन्न कर्मचारी संगठनों ने कर्मचारियों की छंटनी, बकाया वेतन, हटाए गए पीटीआई शिक्षकों की बहाली सहित कई मांगों को लेकर सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया.
विभिन्न मांगों को कर्मचारी संगठनों का प्रदर्शन
बता दें कि, कर्मचारियों ने नारेबाजी करते हुए जिला लघु सचिवालय पहुंचकर तहसीलदार को सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा. साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने उनकी मांगों पर विचार नहीं किया तो जल्द राज्य कार्यकारिणी की बैठक बुलाकर बड़े आंदोलन की घोषणा की जाएगी. इससे पहले सर्व कर्मचारी संघ की अगुवाई में विभिन्न कर्मचारी संगठनों ने एकजुट होते हुए मांगों को लेकर मीटिंग की थी.
सभी कर्मचारी संगठनों ने लिया भाग
इसके बाद सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया. मीटिंग की अध्यक्षता एसकेएस के जिला प्रधान राजकुमार घिकाड़ा ने की. इस दौरान कर्मचारियों ने लघु सचिवालय पहुंचकर रोष प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की. प्रदर्शन में रोडवेज, नगर परिषद, सफाईकर्मी, शिक्षा, जनस्वास्थ्य और सिंचाई विभाग के अलावा कई विभागों के कर्मचारी शामिल रहे.
ये हैं इनकी मांग
कर्मचारियों ने तहसीलदार अजय कुमार को सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा. कर्मचारियों ने कहा कि श्रम कानूनों में संशोधन, हटाए गए पीटीआई टीचरों को वापस लिया जाए. इसके अलावा कर्मचारियों की छंटनी बंद हो, पुरानी पेंशन बहाली, एलटीसी व डीए को पहले की तरह लागू करने, हटाए गए कर्मी वापस लेने, निजीकरण, ठेकाप्रथा, चतुर्थ श्रेणी को बगैर ब्याज मिलने वाले गेंहू लोन को शुरू करवाने, कच्चे कर्मी को पक्का करने और समान काम समान वेतन सहित अन्य मांगें हैं.
ये भी पढ़ें-सोनीपत: अब कोरोना मरीजों का घर में ही होगा इलाज, ये होंगी शर्तें
बड़े आंदोलन की दी चेतावनी
कर्मचारी संगठन के प्रधान राजकुमार ने कहा कि हमारी ये मांगें कई दिनों से हैं, जिन्हें कर्मचारी पिछले लंबे समय से उठा रहे हैं. बावजूद इसके सरकार द्वारा उनकी समस्याओं को हल करने की बजाए झूठा आश्वासन ही दिया जाता है. इस बार कर्मचारी चुप नहीं बैठेंगे और मांगों को लेकर संघर्ष जारी रखेंगे. उन्होंने मांग पूरी ना होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी.